Advertisement
बरसीं लाठियां, कुलपति का किया घेराव
बर्दवान : िववि में मंगलवार को उस समय िस्थति उत्तेजक हो गयी जब एसएफआइ समर्थक छात्रों ने कुलपति का घेराव िकया. पुलिस ने िस्थति नियंत्रित करने के िलए लाठी चार्ज िकया. इसमें करीब 25 समर्थक घायल हो गये. दो की स्थिति नाजुक बनी हुई है. पानागढ़. बर्दवान विश्वविद्याल के कुलपति का घेराव कर विरोध कर […]
बर्दवान : िववि में मंगलवार को उस समय िस्थति उत्तेजक हो गयी जब एसएफआइ समर्थक छात्रों ने कुलपति का घेराव िकया. पुलिस ने िस्थति नियंत्रित करने के िलए लाठी चार्ज िकया. इसमें करीब 25 समर्थक घायल हो गये. दो की स्थिति नाजुक बनी हुई है.
पानागढ़. बर्दवान विश्वविद्याल के कुलपति का घेराव कर विरोध कर रहे स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंिडया(एसएफआई) के समर्थकों पर पुलिस ने जमकर लािठयां बरसाईं. लाठी चार्ज और उसके बाद मची भगदड़ में 25 एसएफआई समर्थक घायल हुये हैं. दो छात्रों को गंभीर चोट आई है.
घटनास्थल पर पुलिस को तैनात िकया गया है. प्रदेश एसएफआई के विनोद घोष ने बताया कि वर्ष 2014 से ही बर्दवान विश्वविद्यालय में रिजल्ट को लेकर दुर्भाग्यपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है. तीन बार रिजल्ट आउट किया गया. तीनों बार विश्वविद्यालय प्रबंधन की लापरवाही के कारण प्रकाशित रिजल्ट में त्रुटियां प्रकाश में आई है.
इस बार भी द्वितीय वर्ष के प्रकाशित रिजल्ट में त्रुटियों के संशोधन तथा तृतीय वर्ष की परीक्षा की तिथि पीछे करने की मांग को लेकर मंगलवार को शांतिपूर्ण ढंग से जुलूस िनकालकर विश्वविद्यालय कैंपस पहुंचे. लेकिन कैंपस के अंदर पहले से मौजूद पुलिस ने छात्रों की भीड़ को देखते अचानक लाठी चार्ज आरंभ कर दिया. विश्वविद्यालय प्रबंधन के इस कायरतापूर्ण रवैये और पुलिस के बर्बर आक्रोश का हमलोग तीव्र निंदा करते हैं. निर्दोष व निहत्थे छात्र-छात्राओं पर लाठियां बरसाई गईं. छात्र नेता ने बताया कि घटना में 25 छात्र-छात्रएं घायल हुये हैं.
सभी को विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में भरती किया गया है. श्री घोष ने बताया कि विश्वविद्यालय कैंपस के अंदर पुलिस को प्रवेश कराकर लाठियां बरसाई गई हैं. बर्दवान एसडीपीओ व आइसी के नेतृत्व में ही लाठी चार्ज किया गया है. राज्य शासक के इशारे पर विश्व विद्यालय कैंपस को रणक्षेत्र बनाने की साजिश की जा रही है.
छात्र नेता ने घटना में कई छात्रों के लापता होने की बात उठायी है. इधर विश्वविद्यालय में मौजूद पुलिस का कहना है कि करीब 150-200 एसएफआई छात्र-छात्राओं ने जुलूस निकाल विश्वविद्यालय के मुख्य गेट का ताला तोड़कर कुलपित के कार्यालय में जबरन घुसने की चेष्टा की. नहीं मानने पर विक्षोभकारी छात्र-छात्राओं को कैंपस से खदेड़ा गया.
आंदोलन नहीं गुंडागर्दी
कुलपति स्मृति कुमार सरकार ने बताया कि आंदोलन के नाम पर छात्रसंगठन गुंडागर्दी कर रहा था. जबरन गेट का ताला तोड़कर तोड़फोड़ की गयी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement