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जोगविक में लगा बंदी का नोटिस, प्रदर्शन
आसनसोल. जोगविक मैन्यूफैक्चरिंग एंड ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड के फतेहपुर स्थित बॉटलिंग प्लांट की बंदी की नोटिस के खिलाफ बुधवार को प्लांट में कार्यरत कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रबंधन का आरोप है कि मंगलवार को कर्मियों ने वर्क्स मैनेजर निर्मल चंद के साथ र्दुव्यवहार किया तथा उनके चालक के साथ मारपीट की. प्लांट में कार्य […]
आसनसोल. जोगविक मैन्यूफैक्चरिंग एंड ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड के फतेहपुर स्थित बॉटलिंग प्लांट की बंदी की नोटिस के खिलाफ बुधवार को प्लांट में कार्यरत कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रबंधन का आरोप है कि मंगलवार को कर्मियों ने वर्क्स मैनेजर निर्मल चंद के साथ र्दुव्यवहार किया तथा उनके चालक के साथ मारपीट की. प्लांट में कार्य के अनुकूल माहौल न रहने के कारण प्लांट बंद करने का निर्णय लिया गया है. जबकि श्रमिकों का कहना है कि साजिश के तहत इसे बंद करने क ेलिए इस घटना को आधार बनाया जा रहा है.
मंगलवार को प्रबंधन ने प्लांट की बंदी की नोटिस लगा दी. प्लांट के कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) यूएस चंदा के स्तर से जारी नोटिस में कहा गया है कि मंगलवार को प्लांट के कर्मियों ने वेवजह हंगामा किया. मना करने पर उन्होंने वर्क्स मैनेजर श्री चंद के साथ र्दुव्यवहार किया.
जब उनके ड्राइवर ने बीचबचाव किया तो कर्मियों ने उसकी पिटाई कर दी. कर्मियों के हंगामे के कारण प्लांट में काम करने का माहौल नहीं रह गया है. प्लांट में ज्वलनशील साम्रगियों की बॉटलिंग की जाती है. जिसे देखते हुए प्लांट में अगली सूचना तककाम बंद रखा जायेगा. प्लांट के सहायक महाप्रबंधक चंदन बनर्जी ने इस संबंध में कुछ भी टिप्पणी करने से इंकार किया.
इधर श्रमिकों ने बंदी के विरोध में प्रदर्शन किया तथा धरना दिया. उनका कहना है कि श्रमिकों ने वर्क्स मैनेजर के साथ कोई र्दुव्यवहार नहीं किया. श्रमिकों ने पूरे माह कार्य आवंटित करने तथा प्लांट का संचालन शुरू करने की मांग रखई थी. कर्मियों पर झूठा आरोप लगाकर प्लांट में काम बंद किये जाने का नोटिस लगा दिया गया. घटना की सूचना पाकर पहुंची आसनसोल दक्षिण थाना पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कर्मियों को समझा कर शांत कराने का प्रयास किया.
प्लांट के कर्मी सुमन मुखर्जी, बापी भंडारी, संतोष राय ने बताया कि दुर्गापूजा के पहले प्लांट में काम – काज सुचारू रूप से किया चल रहा था लेकिन पूजा के पश्चात अचानक प्रबंधन द्वारा माह में सिर्फ सात दिन या उससे कम काम दिये जाने का आदेश सुनाया गया.
मंगलवार को इस संबंध में प्लांट के वर्क्स मैनेजर श्री चंद से पूछे जाने पर उन्होंने इस बारे में कुछ भी बताने से इंकार किया.
मंगलवार की दोपहर लंच के पश्चात कर्मियों द्वारा मारपीट किये जाने तथा प्लांट में हंगामा किये जाने का आरोप लगाते हुए प्रबंधन द्वारा प्लांट गेट के समक्ष काम बंद किये जाने का नोटिस लगा दिया गया. बुधवार की सुबह प्लांट में पहुंचने पर गेट में तैनात सुरक्षा गार्ड ने प्लांट में प्रवेश करने से रोक दिया. सभी कर्णियों को वापस घर लौट जाने को कहा. जिसके बाद से अपने अधिकार के लिये कर्मियों ने अनिश्चिकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू किया. जबकि प्लांट में नयी मशीन लगने के पश्चात से कर्मियों को हटाने के उद्देश्य से प्रबंधन उल्टा कर्मियों पर झूठा आरोप लगा रहा है. प्लांट बनने के दौरान छह माह तक कर्मियों को पूरे माह काम देने के साथ वेतन व बोनस का भी भुगतान किया गया था. प्लांट में कुल 172 कर्मी कार्यरत है.
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