कूचबिहार : भारत व बांग्लादेश के छीटमहलवासियों के लिए 31 जुलाई का दिन स्वतंत्रता दिवस के रूप में परिणित होने जा रहा है. 31 जुलाई यानी शुक्रवार आधी रात को भारत-बांग्लादेश के छींटमहल के जमीन हस्तांतरण का काम संपन्न होने जा रहा है.
इस दिन को स्मरणीय बनाने के लिए दोनों देशों के छींटमहल पर भारत-बांग्लादेश छींटमहल विनिमय सहकारिता कमेटी एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए छींटवासियों की व्यस्तता चरम पर है. छींटमहलों को सजाया-संवारा गया है.
पहलीबार छींटमहल में कोई कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है. छींटवासियों को भी कल से स्वतंत्रता का स्वाद चखने को मिलेगा. 31 जुलाई की आधी रात को सभी छींटवासी नींद से जग जायेंगे. सभी घरों के सामने 68 दीये जलाये जायेंगे. अंधेरे जीवन से छींटवासी रोशनी की दुनिया में प्रवेश करेंगे. आसमान में गुब्बारा छोड़ कर स्वतंत्रता का पैगाम दिया जायेगा.
हालांकि 31 जुलाई की आधी रात को छीट के जमीन विनिमय होने के बावजूद छीटवासियों को नागरिकता पाने में और कुछ दिनों तक इंतजार करना होगा. दूसरी ओर, बांग्लादेश के अधीनस्थ भारतीय छींट से 980 भारतीय व्यक्ति भारत आने के इच्छुक हैं, वही बांग्लादेश छीट के 40854 नागरिक भारत की नागरिकता चाहते हैं.