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सीएमइआरआइ का सप्ताहव्यापी पाठ्यक्रम प्रौद्योगिकी कार्यक्रम शुरू
दुर्गापुर. माइक्रो सिस्टम्स प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला, सीएसआइआर-सीएमइआरआई, दुर्गापुर पीसीबी डिजाइन और निर्माण पर एक प्रमुख पाठ्यक्रम आयोजित कर रहा है. सोमवार से शुरू हुये सप्ताहव्यापी पाठ्यक्रम प्रौद्योगिकी में दुर्गापुर के विभिन्न संस्थानों से 30 इलेक्ट्रिकल/ इलेक्ट्रॉनिक्स डिप्लोमा इंजीनियरिंग के छात्रों ने िहस्सा िलया. कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर सीएसआइआर-सीएमइआरआई, दुर्गापुर के िनदेशक प्रो(डॉ.) हरीश हिरानी […]
दुर्गापुर. माइक्रो सिस्टम्स प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला, सीएसआइआर-सीएमइआरआई, दुर्गापुर पीसीबी डिजाइन और निर्माण पर एक प्रमुख पाठ्यक्रम आयोजित कर रहा है. सोमवार से शुरू हुये सप्ताहव्यापी पाठ्यक्रम प्रौद्योगिकी में दुर्गापुर के विभिन्न संस्थानों से 30 इलेक्ट्रिकल/ इलेक्ट्रॉनिक्स डिप्लोमा इंजीनियरिंग के छात्रों ने िहस्सा िलया.
कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर सीएसआइआर-सीएमइआरआई, दुर्गापुर के िनदेशक प्रो(डॉ.) हरीश हिरानी ने कहा कि हमारा देश, भारी उच्च अंत मशीनरी, जो अंतत: भारतीय अर्थव्यवस्था के लिये भुगतान के प्रतिकूल शेष राशि की ओर जाता है के लिए, आयात पर निर्भर है. डॉ. हिरानी ने कहा कि आयात- प्रतिस्थापन समय की आवश्यकता है और इसलिए भारत सरकार के कौशल भारत कार्यक्रम संस्थान के उक्त उद्देश्य को अच्छी तरह से बढ़ावा देगा. उन्होंने कहा कि ऐसे पाठ्यक्रम छात्रों को पहले हाथ का तकनीकी कौशल प्रदान करेंगे जो पहले से ही कुछ हद तक मौलिक सैद्धांतिक ज्ञान-प्राप्त करते हैं. डॉ हिरानी ने बताया कि खानों के लिये मेटल डिटेक्टर के मामले में डिवाइस के अनावश्यक तत्वों को हटा दिया गया है और नई डिजाइन अवधारणाओं को लागू किया गया है
यह अंतत: अपनी लागत में 200 रुपये से 5 रुपये तक की कमी करने की दिशा में अग्रसित है. उपकरणों और मशीनों के इस प्रकार के अभिनव रीडिज़ाइन से अंतत: एर्गोनॉमिक्स, अर्थव्यवस्था और इष्टतम उपयोग को बढ़ावा मिलेगा.
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