वाहनों की गति तेज होने से होते हैं हादसे
कोलकाता : राज्य सरकार के सेव लाइफ, सेफ ड्राइव अभियान और पुलिस व्यवस्था के बावजूद वीआइपी रोड पर सड़क हादसों में कोई कमी नहीं आयी है. गत चार महीने में एयरपोर्ट एक नंबर से लेकर उल्टाडांगा के बीच हुए सड़क हादसों में 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग घायल हो हुए. हादसे का शिकार होने वालों में साइकिल और मोटरसाइकिल सवारों की संख्या अधिक है. स्थानीय लोगों का कहना है कि वीआइपी रोड पर वाहनों की गति काफी तेज होती है. साथ ही ओवरटेक के कारण भी हादसे होते हैं.
पुलिस चार पहिया वाहनों की तेज गति पर अंकुश लगाने में सक्षम नहीं है. वहीं, लेकटाउन ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि वीआइपी रोड पर साइकिल और धीमी गति से चलने वाले वाहनों पर पांबदी है. इसके बावजूद साइकिल सवार समेत अन्य वीआइपी रोड से आवागमन करते हैं.
इस कारण सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं. वाहनों की गति पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस वीआइपी रोड पर धर-पकड़ अभियान भी चलाती है.विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट के डीसी डीडी संतोष पांडेय ने बताया कि वीआइपी रोड पर सड़क हादसों की रोकथाम के लिए ट्रैफिक पुलिस तेज गति से चलने वाले वाहनों और बिना हेलमेट वाले मोटरसाइकिल सवारों के खिलाफ कार्रवाई करती है. उन्होंने लोगों से तेज गति से वाहन नहीं चलाने की अपील की.