हावड़ा. बाली में एक फ्लैट के अंदर गृहववधू राखी सिंह की हत्या के आरोप में पुलिस ने लिलुआ से एक युवक को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम दीपक सिंह (22) है. पुलिस का दावा है कि दीपक ने गृहवधू की हत्या की थी. संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कमिश्नर डीपी सिंह ने कहा कि रास्ते में लगे सीसीटीवी खंगालने के बाद आरोपी की पहचान की गयी. उन्होंने कहा कि राखी सिंह की हत्या में दो व्यक्ति शामिल हो सकते हैं. उनसे पूछताछ के बाद हत्या के कारणों तथा घटना में और कौन-कौन लोग शामिल हैं, स्पष्ट हो जायेगा. आरोपी को हावड़ा के सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया जहां न्यायधीश ने उसे 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया.
क्या थी घटना
27 फरवरी तारीख की शाम छह बजे उसी फ्लैट में रहनेवाली एक महिला को छत पर एक फ्लैट से बच्ची की चीखने की आवाज सुनायी दी. वह राखी सिंह के मुख्य दरवाजे तक पहुंची और पड़ोसी महिला ने जब दरवाजा खोला तो सामने का दृश्य चौकाने वाला था. राखी सिंह के गले पर किसी तेज हथियार से वार किया गया था. वह पूरी तरह से लहूलुहान अवस्था में फर्श पर पड़ी थी. उसकी पांच साल की बेटी बाथरूम में बंद थी. उसने यह खबर अन्य पड़ोसियों के साथ पुलिस को दी गयी. उसे पहले स्थानीय अस्पताल फिर वहां से मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया, जहां उसी रात उसकी माैत हो गयी. पुलिस को मौके से एक चाकू भी मिला. साथ ही आलमारी में रखे सोने के गहने व नकदी भी गायब थे.
पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस के लिए शुरू से ही इस हत्याकांड का खुलासा करना एक चुनौती थी. चश्मदीद में सिर्फ मृतका की पांच साल की बेटी थी. पुलिस को उस मासूम ने बताया कि एक पिंटू अंकल आये थे. उसी ने मेरी मां को मारा है. पिंटू अंकल कौन हैं, यह राखी के पति मनोज सिंह को भी नहीं मालूम था. पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की. सिटी पुलिस के खुफिया विभाग की भी मदद ली गयी. जानकारी के अनुसार, आरोपी दीपक सिंह पहले मनोज सिंह की चाय की दुकान पर काम करता था. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि अारोपी 27 फरवरी की शाम राखी के घर गया था. राखी सिंह के पूछने पर उसने कहा कि उसे मनोज सिंह ने भेजा है और वह एलआइसी का एजेंट है.
यह सुनते ही राखी ने दरवाजा खोल दिया. इसके बाद वह घर में घुसा आैर वारदात को अंजाम दिया. उन्होंने कहा कि गवाहों के सामने टीआइ परेड करायी जायेगी, जिससे यह साफ होगा कि दीपक सिंह ही मुख्य आरोपी है. गृहवधू की हत्या क्यों की गयी, इसका खुलासा आरोपी से पूछताछ करने के बाद ही पता चलेगा.