कोलकाता/ हल्दिया: माकपा के पूर्व सांसद लक्ष्मण सेठ की गतिविधियों की जांच के लिए पार्टी की ओर से तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. जांच टीम के तीनों सदस्य मंगलवार को हल्दिया के लिए रवाना भी हुए, लेकिन रास्ते में ही टीम को लक्ष्मण सेठ के समर्थकों ने जिले में प्रवेश करने से रोकने लगे.
पूर्व मेदिनीपुर के तमलुक सहित कई स्थानों पर उनके वाहन रोके गये. माकपा नेता रबिन देव, नृपेन चौधरी व मृदुल दे मंगलवार जब पूर्व मेदिनीपुर जिले के पार्टी कार्यालय के पास पहुंचे, तो लक्ष्मण सेठ के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. यहां तक कि उनके वाहन में तोड़फोड़ करने की भी फिराक लगाने लगे. लक्ष्मण सेठ के समर्थकों का कहना है कि उनके नेता पर पार्टी की ओर से जितने भी आरोप लगाये गये हैं, उन्हें वापस लेने होंगे और उनके खिलाफ जांच की कार्रवाई तुरंत बंद करनी होगी. इसके साथ ही समर्थकों ने लोकसभा चुनाव में लक्ष्मण सेठ को एक बार फिर से यहां का उम्मीदवार बनाने की मांग की.
पार्टी के समर्थकों ने पार्टी के जिला सचिव प्रशांत प्रधान सहित अन्य जिला नेताओं के साथ मार-पीट की और कहा कि जिला राजनेता ही लक्ष्मण सेठ को बदनाम कर रहे हैं. गौरतलब है कि सोमवार को ही माकपा के पूर्व सांसद लक्ष्मण सेठ ने पार्टी छोड़ने की घोषणा की थी और इस संबंध में उन्होंने पार्टी के राज्य सचिव विमान बसु को पत्र भी लिखा था.