कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि वह लोकसभा चुनावों के बाद केंद्र में स्थिर सरकार चाहती हैं जो लोगों के लिये काम करे और अपने वादे पूरे करे.तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने तीन दिवसीय दिल्ली यात्र पर रवाना होने से पूर्व यहां नेताजी सुभाष चन्द्र बोस हवाई अड्डे पर संवाददाताओं ने बातचीत में कहा, ‘‘मैं एक सीधी सादी इंसान हूं और मैं आम लोगों में से हूं. मुङो लगता है कि चाहे जो भी सरकार हो, लोकतंत्र बना रहना चाहिये और इसीलिये हम एक ऐसी सरकार चाहते हैं जो आम लोगों की हो, आम लोगों द्वारा हो और आम लोगों के लिये हो.’’ममता से पूछा गया था कि क्या वह पूर्व में उनके द्वारा प्रस्तावित क्षेत्रीय पार्टियों के गैर कांग्रेस और गैर भाजपा संघीय मोर्चे का नेतृत्व करेंगी.
उन्होंने कहा, ‘‘यह सही नहीं है कि हम चुनाव से पूर्व वादे करें और बाद में उन्हें पूरे नहीं करें.’’ ममता ने रिण की किस्तों का केंद्र सरकार द्वारा पुनर्निधारण नहीं किये जाने की आलोचना की और कहा कि केंद्र की संप्रग सरकार ने राज्य में तृणमूल कांग्रेस की सरकार के सत्ता में आने के बाद पिछले ढाई साल में पूर्व की वाममोर्चा सरकार द्वारा लिये गये रिण के ब्याज के रुप में 70 हजार करोड रुपये वसूल चुकी है. ममता को दिल्ली में समाजसेवी अन्ना हजारे से भेंट करनी है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरे मन में उनके प्रति अगाध सम्मान है. जब वह दिल्ली में हैं और मुकुल राय (तृणमूल कांग्रेस महासचिव) से भेंट के दौरान कह चुके हैं कि उन्हें मुझसे मिलकर प्रसन्नता होगी.’’
ममता ने कहा, ‘‘मैं उनसे कभी नहीं मिली. यह पहली बार होगा जब मैं उनसे दिल्ली में मिलूंगी। मैं उनसे मिलकर खुश होउंगी और गर्वान्वित महसूस करुंगी. मुझे उनसे मिलने दीजिये तब मैं आपको बताउंगी.’’ उन्होंने तेलंगाना गठन के मामले में केंद्र के रुख की आलोचना की और कहा कि यह मामला चुनाव से पूर्व क्यों उठाया गया, बाद में क्यों नहीं उठाया गया जिसकी वजह से इतनी हाय तौबा मची है.’’