कोलकाता: माकपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश करात ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी को केंद्र की सत्ता में लाने और उनके गुजरात मॉडल को क्रियान्वित करने से केवल पूंजीवाद और साम्प्रदायिकता को बढ़ावा मिलेगा. करात ने यहां ब्रिगेड परेड मैदान में एक बड़ी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी के गुजरात में केवल बड़े कारोबार को लाभ हुआ है आम लोगों को नहीं.
उन्होंने दावा किया कि वाम दल नीत धर्मनिरपेक्ष विकल्प ही सही तरह का शासन मुहैया करा सकता है जिससे जनता को लाभ होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विरोधी और भाजपा विरोधी धर्मनिरपेक्ष दल संसद का वर्तमान सत्र समाप्त होने के बाद वैकल्पिक नीतियां पेश करेंगे. इस बीच पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि वाम दलों की परेड ग्राउंड में आयोजित रैली में कोई ऐसा सिद्धांत या आदर्श नहीं दिखा जो राज्य को एक नई दिशा प्रदान कर सके.
तृणमूल कांग्रेस महासचिव मुकुल राय ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘रैली की ना तो कोई नीति थी ना आदर्श. यह राज्य के लोगों को कोई दिशा या संदेश देने में असफल रही. हार उनको भयभीत करती रहेगी.’’ करात ने वाम नीत तीसरे मोर्चे को ‘‘तीसरे दज्रे’’ का करार देने के लिए मोदी पर निशाना साधा.उन्होंने कहा, ‘‘कुछ दिन पहले यहां एक रैली में मोदी ने कहा था कि तीसरा मोर्चा तीसरे दज्रे का है. हां वह सही थे. (विद्यालय में) तीसरा ग्रेड पहले और दूसरे से उपर होता है. इसलिए तीसरा सबसे उपर है. हम वाम दल तीसरा हैं और मोदी अभी भी पहले (श्रेणी के).’’
करात ने कहा, ‘‘गुजरात मॉडल क्या है? मोदी के शासन काल में 2002 में दंगों में हजारों अल्पसंख्यक मारे गए. हमें जनता समर्थक और धर्मनिरपेक्ष वैकल्पिक नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए एक वैकल्पिक सरकार स्थापित करने के वास्ते कांग्रेस और भाजपा दोनों से लड़ना होगा.’’ उन्होंने कांग्रेस पर भारत में साम्प्रदायिक ताकतों की बढ़ोतरी पर रोक लगाने में असफल रहने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि समय आ चुका है कि तृणमूल कांग्रेस भाजपा के साथ गठबंधन कर ले. माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने भी तीसरे मोर्चे पर करात से सहमति जताते हुए कहा कि यह वैकल्पिक नीतियों का क्रियान्वयन है जो कि वाम दलों के लिए मायने रखता है.उन्होंने मोदी के उस बयान का भी उपहास उड़ाया कि ‘‘बंगाल के लोग राज्य में ‘दीदी’ और केंद्र में नरेंद्र मोदी होने का लाभ उठाएंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल के लोग अभी होश में हैं और मैं इस बात का लेकर आश्वस्त हूं कि वे उन लाभों को लेकर पछताना नहीं चाहते.
बंगाल के लोग कभी भी ऐसे लाभ नहीं लेना चाहेंगे.’’ राय ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर हमला करने को लेकर बुद्धदेव की आलोचना करते हुए हैरानी जतायी कि मार्क्सवादी राज्य में कोई विकास या परिवर्तन देखने में असफल कैसे हो सकते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि माकपा ने कांग्रेस के साथ एक गुप्त गठबंधन कर लिया है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ना तो कांग्रेस के साथ जाएगी ना ही भाजपा के.