दो सचिवों के बीच मतभेद से आयी दरार
जलपाईगुड़ी : केएलओ महासचिव कैलाश कोच द्वारा विभिन्न समय पर भेजे गये ई-मेल में प्रेस विज्ञप्ति भेजने को लेकर चर्चा शुरू हो गयी है. प्रेस विज्ञप्तियों से साफ जाहिर हो रहा है कि केएलओ सदस्यों के बीच अंदरुनी समस्या उत्पन्न हुई है. उदाहरण स्वरुप विगत 14 जनवरी को केएअलो के सहायक महासचिव प्राण नारायण कोच उर्फ प्रदीप राय ने मीडिया को बताया था कि केएलओ राज्य सरकार के साथ नि:शर्त बातचीत करना चाहती है. जबकि 18 जनवरी को कैलाश कोच ने ई-मेल से जानकारी दी कि सरकार के साथ बैठक को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है.
उनका कहना था प्राण नारायण कोच ने इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं दिया था. जनवरी महीने में केएलओ के डिप्टी कमांडर ईन चीफ तरुण थापा उर्फ नारायण राय की बहन जयमति राय व बहनोई संतोष राय अलीपुरद्वार के सलसलाबाड़ी से पकड़े गये थे. पुलिस का कहना है 26 दिसंबर को जलपाईगुड़ी के पहाड़पुर बम विस्फोट के पीछे इन दोनों ने मुख्य भूमिका अदा किया था. इस गिरफ्तारी के खिलाफ कैलाश कोच ने छह जनवरी को ईमेल के जरिये 12 व 13 जनवरी को उत्तर बंगाल में बंद बुलाया था. सिर्फ यहीं नहीं दो फरवरी को असम के कोकड़ाझार में असम पुलिस व सेना के साथ मुठभेड़ में वृंदावन राजवंशी नामक एक केलओ कमांडर मारा गया था.
इसके खिलाफ भी छह फरवरी को ईमेल के जरिये गुरुवार को पूरे उत्तर बंगाल में कैलाश कोच ने बंद का ऐलान किया. इतना ही नहीं जनवरी में कामतापुर प्रोटेक्शन फोर्स के नाम पर केएलओ द्वारा हफ्ता वूसली संबंधी जो खबर मीडिया में प्रकाशित हुई थी, उसके खिलाफ भी कैलाश कोच ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया था. आश्चर्य की बात तो यह है कि विगत 29 जनवरी को सिलीगुड़ी के निकट भारत-नेपाल सीमांत से प्राण नारायण कोच व तरुण थापा की गिरफ्तारी के बाद कैलाश कोच ने कोई विरोध नहीं किया.
उत्तर बंगाल पुलिस के आइजी जावेद शामिम ने साफ कहा कि प्राण नारायण व तरुण थापा को गिरफ्तार किया गया है. केएलओ के बारे में कई जानकारियां पुलिस के हाथ लगी है. आगामी 13 फरवरी को सीआइडी इन दोनों को फिर से जलपाईगुड़ी अदालत में पेश करेगी. पुलिस जो भी कहे, केएलओ के दो सचिव कैलाश कोच व प्राण नारायण कोच के बीच सरकार के साथ बातचीत के प्रस्ताव को लेकर मतविरोध के चलते केएअलो में दरार आ गयी है. केएलओ शिविर दो भाग में बंट गया है.