कोलकाता: सोमेन मित्र और तृणमूल कांग्रेस का रिश्ता अब कुछ ही दिनों का मेहमान है. डायमंड हार्बर से सांसद श्री मित्र पहले ही तृणमूल छोड़ने का एलान कर चुके हैं. शनिवार को उन्होंने तृणमूल छोड़ने की तारीख की भी घोषणा कर दी.
महानगर की सबसे बड़ी मसजिद नाखुदा मसजिद के इमाम से मिलने पहुंचे श्री मित्र ने कहा कि वह 21 जनवरी को तृणमूल छोड़ देंगे. उस दिन प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय विधान भवन के बाहर एक सभा का आयोजन किया जायेगा, जिसमें कुछ केंद्रीय नेताओं के भी शामिल होने की योजना है. इस सभा से ही वह तृणमूल को छोड़ कर कांग्रेस में विधिवत रूप से शामिल हो जायेंगे. श्री मित्र ने कहा कि आमतौर पर लोग छोटे व कमजोर दल को छोड़ कर बड़े दल का दामन थामते हैं, जैसा इन दिनों पश्चिम बंगाल में हो रहा है.
पर, वह सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस को छोड़ कर कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं, इसलिए उन पर कोई सत्ता का लालची होने का इलजाम नहीं लगा सकता है. श्री मित्र ने कहा कि वह यहां नाखुदा मसजिद के इमाम साहेब की दुआ लेने आये हैं. श्री मित्र के साथ प्रदेश कांग्रेस सचिव ख्वाजा अहमद हुसैन भी थे. नाखुदा मसजिद के इमाम मौलाना मोहम्मद शफीक ने बताया कि सोमेन मित्र से उनके काफी पुराने रिश्ते हैं. वह कांग्रेस के साथ फिर से एक नयी शुरुआत करने जा रहे हैं.
इसलिए वह हमारे पास दुआ लेने आये थे. मौलाना शफीक के अनुसार, उनके पास सभी धर्म व समुदाय के लोग आते हैं. उनका स्वयं राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. ईमानदार इंसान को वह हमेशा दुआ देते हैं. जानकारों के अनुसार, नाखुदा मसजिद के इमाम से सोमेन मित्र की यह मुलाकात दरअसल तृणमूल छोड़ने से पहले एक नयी जमीन तलाश करने की कवायद है. नयी पार्टी छोड़ कर पुराने दल में जाने से पहले राजनीति के माहिर सोमेन मित्र इस तरह समाज के विशिष्ठ लोगों से मिल कर उनकी राय लेना एवं अपने जन संपर्क को फिर से मजबूत बनाना चाहते हैं.