कोलकाता: पड़ोसी बांग्लादेश में पांच जनवरी को होने वाले आम चुनावों से पहले केंद्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने मंगलवार को भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा की समीक्षा की. चुनावों के दौरान यह सीमा सील रहेगी. गोस्वामी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बैठक की और वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की. गृह सचिव वासुदेब बनर्जी ने कहा कि पड़ोसी देश में चुनावों को देखते हुए बैठक के दौरान 80 फीसदी समय में बांग्लादेश से सटी सीमा पर चर्चा हुई.
बनर्जी ने कहा कि बीएसएफ अधिकारियों ने गोस्वामी को भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा के बारे में बताया. भारत-बांग्लादेश सीमा पड़ोसी देश में आम चुनावों के दौरान सील रहेगी. नवान्न में हुई बैठक में आंतरिक सुरक्षा से जुड़े कार्यक्रमों और सीमा पर निगरानी तेज करने के लिए केंद्रीय कोष को लेकर राज्य सरकार की मांग से जुड़े सवाल पर बनर्जी ने कहा कि इस मामले पर चर्चा हो रही है. बैठक के बाद केंद्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने बताया कि मुख्यमंत्री के साथ यहां की कानून-व्यवस्था को लेकर बातचीत हुई है. साथ ही सीमांत जिलों की सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर करने पर जोर दिया गया है. इसके साथ ही राज्य सरकार ने कई योजनाओं के लिए फंड भी मांगे हैं. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार से इस संबंध में विस्तृत प्रस्ताव पेश करने को कहा गया है.
हिंसक घटनाएं बरदाश्त नहीं : सीएम
जलपाईगुड़ी बम विस्फोट कांड पर कड़ा रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि इस प्रकार की हिंसक घटनाओं को राज्य सरकार कतई बरदाश्त नहीं करेगी. घटना की जांच सही दिशा में चल रही है. अब तक जो रिपोर्ट आयी है, उससे यही पता चलता है कि बम बनाने के लिए विध्वंसक पदार्थो का प्रयोग किया गया था. वहीं, उन्होंने मानवाधिकार के नाम पर इस प्रकार की घटनाओं को प्रश्रय देनेवालों को सचेत करते हुए कहा कि कुछ लोग यहां मानवाधिकार को लेकर आंदोलन कर रहे हैं और वही लोग यहां बम विस्फोट की घटनाओं को भी अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने साफ कर दिया कि इस जांच प्रक्रिया में राज्य सरकार हर पहलू को ध्यान में रख कर जांच कर रही है और साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि इस मामले के किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जायेगा.