कोलकाता : उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश ए. के. गांगुली ने कानून की एक इंटर्न की यौन उत्पीड़न की शिकायत पर उच्चतम न्यायालय पैनल से दोषी ठहराए जाने के आलोक में पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की तेज होती मांग पर आज कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
गुस्से में दिख रहे गांगुली ने कहा, मुझे परेशान नहीं करें .. मुझे परेशान नहीं करें. मैंने बहुत सहा है. पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिख कर उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश के गंभीर कदाचार के खिलाफ तत्काल उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया था.
उच्चतम न्यायालय के तीन न्यायाधीशों की एक समिति इस निष्कर्ष पर पहुंची कि न्यायमूर्ति गांगुली के खिलाफ शिकायत करने वाली कानून की इंटर्न के बयान ने प्रथम दृष्टया अवकाशप्राप्त न्यायाधीश की ओर से अवांछनीय व्यवहार की कार्रवाई और यौनिक प्रकृति का आचार प्रकट किया है.