कोलकाता: ग्राहकों को राशन दुकानों में गेहूं के बदले आटा मिलेगा. राज्य के खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने बताया कि दिसंबर के अंतिम सप्ताह से यह शुरू किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि गेहूं को लेकर चल रहे अवैध कारोबार को रोकने के लिए राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है. अब केवल गरीबी रेखा के नीचे के ग्राहकों को ही आटा नहीं दिया जायेगा, वरन अंत्योदय व एपीएल ग्राहकों को भी यह सुविधा मिलेगी.
हाल में राशन व्यवस्था में काफी परिवर्तन किया गया है. श्री मल्लिक ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंजूरी मिलने के बाद यह परियोजना शुरू की जायेगी. सब कुछ ठीक रहने पर दिसंबर से राशन दुकानों में आटा मिलनी शुरू हो जायेगी. उन्होंने कहा कि गेहूं देने से राज्य सरकार को नुकसान हो रहा था.
अधिकांश ग्राहक गेहूं के बदले दुकानों से आटा ही लते थे. इससे व्यवसायी मुनाफा कमाते थे. अब ग्राहकों को गेहूं से आटा पिसाने की समस्या से भी मुक्ति मिलेगी. उन्होंने बताया कि राशन दुकानों से बीपीएल परिवारों को 13.50 रुपये की दर से प्रति सप्ताह 125 ग्राम चीनी दी जा रही है.