विकास गुप्ता
कोलकाता : पार्क स्ट्रीट इलाके के शेक्सपीयर सरनी में स्थित 20 नंबर रोविंसन स्ट्रीट में बुधवार रात को एक फ्लैट में आग लगने की घटना में अरविंद दे (77) नामक एक व्यक्ति की झुलस कर मौत हो गयी थी. इस घटना की जांच में पुलिस ने एक बड़े रहस्य से परदा उठाया.
घटना की जांच के बाद पुलिस ने बताया कि पेशे से 44 वर्षीय बीपीओ कर्मी पार्थो दे अकेले फ्लैट में बुधवार रात को अजीबोगरीब हरकत कर रहे थे. घटना के बाद उसके घर के बाहर पहरा दे रहे पुलिस वाले उसकी इस करतूत से अचंभित होकर उसके फ्लैट में घुसे तो देखा पार्थो अपने बेडरूम में दो कंकाल को खाना खिला रहा है. इसे देख पुलिस वालों के हश उड़ गये.
इसकी जानकारी पाकर शेक्सपीयर सरनी थाने की अन्य पुलिस वहां पहुंची और पार्थो दे से पूछताछ शुरू की. पूछताछ में पता चला कि एक कंकाल उसकी बहन देबजानी दे है व दूसरा कंकाल उसके प्यारे कुत्ते का है. दोनों कंकाल के पास काफी ड्राइफ्रुट बिखरा पड़ा था. बेटे पार्थो दे से पूछताछ में पता चला कि वह अपनी बहन देबजानी दे व कुत्ते से बहुत प्यार करता था.
वर्ष 2014 के फरवरी में कुत्ते की मौत हो गयी. इसके बाद से वह रोजाना कुत्ते के शव को घर में रख कर खाना खिलाता था. इसी बीच उसी वर्ष दिसंबर महीने में उसकी बहन देबजानी दे की भी मौत हो गयी. दोनों की मौत के बाद उसने दोनों के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया. मौत के बाद से वह रोजाना अपनी बहन व कुत्ते दोनों के शव को वह खाना खिलाता था.
शव धीरे धीरे कंकाल बन गया. इसके बाद लगातार छह महीने से वह अपने दीदी के कंकाल को खाना खिला रहा था. दीदी के साथ रोजाना रात को सोता भी था. उसका मानना था कि दोनों की आत्माएं वहां आकर खाना खाती हैं. इस पूरे ब्यौरे को सुन कर पुलिस अधिकारी अचंभित रह गये. इस मामले में डीसी (साउथ) मुरलीधर शर्मा ने बताया कि अन्य जगहों में रहने वाले पार्थ दे के परिवार वालों से इस घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है.
साथ ही पुलिस परिवार वालों से इस बात की भी पूछताछ कर रही है कि उन्हें पार्थ की इस तरह की हरकत के बारे में पहले आभास था या नहीं. पुलिस का प्राथमिक अनुमान है कि मानसिक अवसाद के कारण ही पार्थ दे ऐसा कर रहा था. दोनों ही कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. इस घटना के बाद से इलाके के लोग भी स्तब्ध हैं.