आसनसोल/कोलकाता: राज्य में पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में सोमवार को बर्दवान में मतदान के दौरान हिंसा में प्रत्याशी के पति सहित तीन लोगों की मौत हो गयी और कई अन्य जख्मी हो गये. जिले के जामुड़िया में माकपा और तृणमूल कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता और मंगलकोट में तृणमूल कर्मी की मौत हो गयी. घायलों को गंभीर हालत में विभिन्न अस्पतालों में भरती कराया गया है.
कई बूथों पर मतपत्र छीनने और मतपेटी लूटने की घटना हुई. सोमवार को बर्दवान के अलावा हुगली और पूर्वी मेदिनीपुर में भी वोट डाले गये. तीनों जिलों में शाम पांच बजे तक औसतन 75 फीसदी मतदान होने की सूचना है. बर्दवान में 75.24 फीसदी, हुगली में 76.00 फीसदी तथा पूर्वी मेदिनीपुर में 75.17 फीसदी वोट डाले गये. बर्दवान के बाराबनी थाना में एक बूथ पर पुनर्मतदान करने की सिफारिश की गयी है. 11 जुलाई को पहले चरण में पश्चिमी मेदिनीपुर, बांकुड़ा और पुरुलिया में वोट डाले गये थे. छिटपुट घटनाओं को छोड़ पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण रहा था.
जामुड़िया में बवाल
जामुड़िया प्रखंड के मधुडांगा ग्राम पंचायत के नजरूल सुकांत प्राथमिक विद्यालय में सोमवार की सुबह माकपा प्रत्याशी मुनव्वरा बीबी के पति शेख हसमत के नेतृत्व में दर्जनों मतदाता मतदान करने गये.
उनका आरोप है कि बूथ के सामने मौजूद तृणमूल समर्थकों ने उन्हें बूथ तक जाने से रोका और उनके साथ मारपीट की. इसकी सूचना मिलने के बाद माकपा के कुछ और समर्थक जमा हो गये. इसके बाद दोनों तरफ से संघर्ष शुरू हो गया. बताया जाता है कि बम से तृणमूल समर्थकों के हमले में शेख हसमत गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तत्काल आसनसोल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इधर घटनास्थल पर भगदड़ मचने के बाद माकपा समर्थकों ने तृणमूल कर्मी राजकुमार कोड़ा को पक ड़ लिया तथा पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी. दोनों पक्षों से जामुड़िया थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
मंगलकोट में तृणमूल समर्थक की मौत
मंगलकोट एक नंबर प्रखंड के पूर्व नोपड़ा गांव में स्थित बूथ पर दो गुटों में जमकर फायरिंग और बमबाजी हुई. इसमें तृणमूल समर्थक कटा मल्लिक की मौत हो गयी. पार्टी नेताओं ने इसके लिए माकपा को दोषी ठहराया है, जबकि माकपा इसे तृणमूल का आपसी संघर्ष बता रही है. इसी थाना क्षेत्र के भाटपाड़ा में दो राजनीतिक गुटों में जम कर फायरिंग व बमबाजी हुई. इसमें आधा दर्जन से अधिक कार्यकत्र्ताओं को घायल हालत में विभिन्न अस्पतालों में दाखिल कराया गया है.
भातार थाना क्षेत्र के वामसोना गांव में स्थित 106 नंबर बूथ पर दो गुटों में हुए संघर्ष में अब्दुल हकीम गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे इलाज के लिए बर्दवान जिला मेडिकल कॉलेज में दाखिल कराया गया है. वह भी जिंदगी व मौत के बीच संघर्ष कर रहा है. कटवा थाना क्षेत्र के अजरुनपुर गांव में स्थित बूथ नंबर 85 से सशस्त्र अपराधियों ने बूथ में घुस कर मतदान पत्रों से भरा बॉक्स लूट लिया.
बाराबनी थाना के बांसपहाड़ी गांव में स्थित छह नंबर बूथ में पांच बाइकों से आये दस अपराधियों ने पीठासीन अधिकारी से हस्ताक्षर युक्त मत पत्र लूट कर उनमें मुहर लगा कर बॉक्स में डाल दिया. कई बैलेट बॉक्स के बाहर ही रहे गये. इस बूथ पर पुनर्मतदान कराने की अनुशंसा प्रखंड विकास पदाधिकारी उज्ज्वल विश्वास ने की है. इसी थाना क्षेत्र के नुनी ग्राम पंचायत के लखी कन्यापुर में स्थित 72/02 नंबर बूथ में रविवार की रात दर्जन भर अपराधियों ने पीठासीन अधिकारी को हथियार दिखा कर हस्ताक्षरयुक्त बैलेट मांगे. विरोध करने पर वे भागे. रात में ही इसकी सूचना बीडीओ सहित वरीय अधिकारियों को दी गयी. इस बूथ पर सोमवार को दो लाठीधारी पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में मतदान कराया गया.
आरोप-प्रत्यारोप
माकपा के जिला सचिव अमल हलधर ने आरोप लगाया कि जिले के 631 बूथों पर तृणमूल समर्थकों ने पुलिस की मौजूदगी में कब्जा कर लिया. जिला परिषद की 28 नंबर सीट से पार्टी प्रत्याशी को मतदान नहीं करने दिया गया. उनका मत किसी और ने डाल दिया. विरोध करने पर उन्हें ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
सीपीआइ के दिला सचिव व पूर्व सांसद आरसी सिंह ने कहा कि कोयलांचल में तृणमूल की बाइकवाहिनी ने हर बूथ पर आतंक बनाये रखा. विपक्षी पार्टियों के प्रार्थियों सहित समर्थकों को बूथों पर जाने ही नहीं दिया गया. केंद्रीय सुरक्षा वाहिनी को सेक्टर कार्यालयों में बैठा कर रखा गया था. निष्पक्ष चुनाव कराने में चुनाव आयोग पूरी तरह से विफल रहा.
राज्य के कृषि मंत्री मलय घटक ने कहा कि पूरे जिले में माकपा समर्थकों ने उनकी पार्टी के समर्थकों पर हमला किया. जामुड़िया में मतदान शुरू होने से पहले ही उनके समर्थक राजकुमार कोड़ा का अपहरण कर लिया गया तथा उनकी हत्या कर शव फेंक दिया गया. माकपा की बमबाजी में माकपा कर्मी की मौत हुई. मंगलकोट में उनके कर्मी की हत्या माकपा ने की.