कोलकाता: आइआरसीटीसी से सारधा समूह को ठेका दिलाने के मामले में पक्षपात किये जाने का आरोप ङोल रही तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को दावा किया कि केंद्र सीबीआइ का इस्तेमाल राजनीतिक हथियार के रूप में कर रहा है. सीबीआइ करोड़ों रुपये के चिट फंड घोटाले की जांच कर रही है.
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव मुकुल राय ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘पहले सीबीआइ को कांग्रेस ब्यूरो आफ इंवेस्टीगेशन के रूप में जाना जाता था. सीबीआइ ने अपना चरित्र नहीं बदला है.’ पूर्व रेल मंत्री ने दावा किया, ‘सीबीआइ कोई स्वायत्त संस्था नहीं है जो अपने काम अपने आप करे. सीबीआइ एक राजनीतिक संस्था की तरह काम करती है.’
‘मेरे मंत्री बनने से पहले हुआ था सारधा-रेलवे का करार’ : इधर, रेलवे की संस्था आइआरसीटीसी के साथ सारधा के करार के संबंध में पूछे जाने पर पूर्व रेल मंत्री मुकुल राय का कहना था कि उनके मंत्री बनने से पहले ही करार हो गया था. इसके अलावा रेलवे का यदि किसी के साथ करार होता है तो इसके लिए उसकी जांच के लिए सीएजी है, ऑडिट है.
जनता से कट चुकी है मोदी सरकार : नरेंद्र मोदी सरकार के 100 दिन के संबंध में श्री राय ने कहा कि मोदी सरकार पूरी तरह से असफल रही है. लोगों की आशाओं को वह पूरा नहीं कर सकी. जनता से वह कट चुकी है. इसका प्रमाण उपचुनावों में उसकी लगातार हार से मिलता है. भाजपा को बिहार, कर्नाटक, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश में हुए उपचुनावों में हार का सामना करना पड़ा है.
सीबीआइ की जांच सही दिशा में : भाजपा
कोलकाता. सारधा घोटाले की जांच के सिलसिले में भले ही तृणमूल कांग्रेस की ओर से सीबीआइ पर राजनीतिक संस्था के तौर पर कार्य करने का आरोप लगाया जा रहा हो, प्रदेश भाजपा की ओर से उनके इस दावे को पूरी तरह से खारिज किया गया है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने कहा कि सीबीआइ का राजनीतिक इस्तेमाल पूर्व में कांग्रेस की ओर से ही किया जाता रहा है. लेकिन भाजपा इस गंदे खेल को देश से दूर करना चाहती है. वह चाहती है कि सीबीआइ एक स्वायत्त संस्था के तौर पर निष्पक्ष जांच करे. तृणमूल कांग्रेस को चाहिए कि वह सीबीआइ के खिलाफ बयानबाजी करने की बजाय जिन लोगों के नाम सीबीआइ की ओर से इस मामले में लिया जा रहा है उन्हें वह सीबीआइ द्वारा गिरफ्तार किये जाने के पहले ही पार्टी से हटा दे.