कोलकाता: सारधा चिटफंड घोटाले की जांच की आंच तृणमूल कांग्रेस सांसद और अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती तक पहुंच गयी है. गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के अधिकारियों ने मुंबई में मिथुन से लगभग चार घंटे तक पूछताछ की. कोलकाता से इडी के दो अधिकारी गुरुवार को ही मुंबई पहुंचे और प्रवर्तन निदेशालय की मुंबई शाखा के दफ्तर में सांसद से पूछताछ की गयी. इडी सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के समय एजेंसी के मुंबई दफ्तर के अधिकारी भी मौजूद थे.
अभिनेता ने कहा- सारधा से वह लाभान्वित नहीं हुए: इडी सूत्रों के मुताबिक, श्री चक्रवर्ती को सारधा कंपनी से कितना रुपया मिला और क्यों मिला, इस संबंध में पूछताछ की गयी. बताया जा रहा है कि जवाब में इडी के अधिकारियों को मिथुन चक्रवर्ती ने बताया कि उन्हें सारधा का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया था. इस कंपनी द्वारा खरीदे गये कई टीवी चैनलों में से एक चैनल में एक शो का एंकर भी उन्हें बनाया गया था. जिसके लिए उन्हें कुछ रकम देने पर समझौता हुआ था. लेकिन बीच में ही कंपनी की हालत खराब होने के कारण उनका खुद का इस कंपनी पर लाखों रुपये बकाया है. इस लिहाज से वे इस कंपनी से लाभान्वित नहीं हुए, बल्कि उन्हें नुकसान हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, मिथुन ने इस सिलसिले में कुछ दस्तावेज भी इडी को सौंपने का आश्वासन दिया है. बताया जा रहा है कि सारधा मामले की जांच के सिलसिले में जल्द ही राज्य की कुछ बड़ी हस्तियों से पूछताछ हो सकती है. गौरतलब है कि करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले की प्रवर्तन निदेशालय के साथ ही सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सीबीआइ भी जांच कर रही है. मिथुन चक्रवर्ती राज्यसभा सांसद हैं. पहले ही चर्चा में यह बात रही है कि सीबीआइ भी बॉलीवुड के एक अभिनेता से पूछताछ कर कर सकती है.
सीबीआइ के निशाने पर कई हस्तियां हैं. लेकिन इनके नाम का खुलासा नहीं हुआ है. ज्ञात रहे कि घोटाले के सिलसिले में सारधा समूह के प्रमुख सुदीप्त सेन और तृणमूल कांग्रेस से निलंबित राज्यसभा सांसद कुणाल घोष अभी जेल में हैं.