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श्याम सेल: आरोपी तृणमूल नेता सस्पेंड

अधिकारियों का तबादला रद्द, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तोड़ी चुप्पी, मामले को कहा सामान्य श्रम मंत्री मलय ने दोषी ठहराया कारखाना प्रबंधन को दो सदस्यीय जांच कमेटी ने बयान लिया संबंधित पक्षों का जामुड़िया : तृणमूल कांग्रेस के दो नेताओं द्वारा जामुड़िया स्थित श्याम सेल कारखाने के अधिकारियों को हत्या की धमकी दिये जाने के […]

अधिकारियों का तबादला रद्द, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तोड़ी चुप्पी, मामले को कहा सामान्य

श्रम मंत्री मलय ने दोषी ठहराया कारखाना प्रबंधन को

दो सदस्यीय जांच कमेटी ने बयान लिया संबंधित पक्षों का

जामुड़िया : तृणमूल कांग्रेस के दो नेताओं द्वारा जामुड़िया स्थित श्याम सेल कारखाने के अधिकारियों को हत्या की धमकी दिये जाने के मामले में शनिवार को चुप्पी तोड़ते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उद्योगों को नुकसान पहुंचानेवाले तत्वों को कतई बरदाश्त नहीं किया जायेगा. इधर, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल राय ने आरोपी नेता आलोक दास व चंचल बनर्जी को पार्टी से निलंबित कर दिया.

तेजी से बदलते घटनाक्रम में कारखाना प्रबंधन ने सहायक महाप्रबंधक (मानव संसाधन विभाग) सुमित चक्रवर्ती तथा सीनियर कमर्शियल मैनेजर अजीत मिश्र का तबादला रद्द कर दिया तथा उन्होंने शनिवार को कारखाने में योगदान किया. तृणमूल जिलाध्यक्ष अपूर्व मुखर्जी द्वारा गठित दो सदस्यीय कमेटी ने विभिन्न पक्षों से मिल कर इसकी जांच की.

मुख्यमंत्री सुश्री बनर्जी ने कहा कि उद्योग को बाधित करने के प्रयास को किसी भी स्तर पर बरदाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने श्याम सेल के मामले की अपने स्तर से जांच करायी है. यह मामला काफी छोटा है. इसे वेबजह तूल दिया जा रहा है.

पार्टी महासचिव श्री राय ने कहा कि इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद आरोपी आलोक दास, चंचल बनर्जी तथा तापस चक्रवर्ती को शोकॉज जारी किया गया था. बर्दवान जिला (औद्योगिक) अध्यक्ष श्री मुखर्जी ने उन्हें एक सप्ताह में अपना पक्ष रखने का समय दिया है. फिलहाल श्री दास और श्री बनर्जी को पार्टी से निलंबित किया गया है. इसके बाद भी वे जिलाध्यक्ष के पास अपना पक्ष रखेंगे. उनके पक्ष की समीक्षा करने के बाद अंतिम निर्णय लिया जायेगा.

राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक ने कहा कि तृणमूल नेताओं को झूठे आरोपों में फंसाया जा रहा है. उन्होंने किसी भी तरह का अवैध कार्य नहीं किया है. बीते दिनों कंपनी ने साइडिंग में कार्यरत 300 कर्मियों की छंटनी कर दी और वहां मशीन से कार्य हो रहा था. श्रमिक लगातार छंटनी का विरोध कर रहे थे. कंपनी सरकारी जमीन पर कब्जा करने का प्रयास कर रही थी, जिसका विरोध स्थानीय तृणमूल नेता ने किया और इसे लेकर शिकायत भी दर्ज करायी थी. प्रबंधन इसी रंजिश के कारण उक्त तृणमूल नेता को फंसा रहा है.

नाटकीय घटनाक्रम में कंपनी प्रबंधन ने एजीएम (एचआरडी) श्री चक्र वर्ती तथा सीनियर बिजनेस मैनेजर श्री मिश्र का ओड़िशा तबादला रद्द कर दिया. उन्हें जामुड़िया यूनिट में योगदान करने को कहा गया है. उन्होंने शनिवार को यूनिट में योगदान कर लिया. कारखाने में सामान्य ढंग से उत्पादन चल रहा है.

तृणमूल जिलाध्यक्ष द्वारा गठित जांच कमेटी के दो सदस्यों कार्यकारी अध्यक्ष वी शिवदासन उर्फ दासू तथा यूथ तृणमूल जिलाध्यक्ष अशोक रूद्र ने विभिन्न पक्षों से पूछताछ की. उन्होंने आरोपी नेता श्री दास, श्री बनर्जी, जामुड़िया ब्लॉक वन अध्यक्ष पूर्णशशि राय, जामुड़िया ब्लॉक टू अध्यक्ष तापस चक्रवर्ती से अलग-अलग पूछताछ की. इसके बाद उन्होंने कारखाने में जाकर अधिकारियों से पूछताछ की. विभिन्न पहलुओं की जानकारी ली. श्री शिवदासन ने बताया कि सभी पक्षों से पूछताछ की गयी है. वे अपनी रिपोर्ट शीघ्र जिलाध्यक्ष को सौंप देंगे. इसके बाद इस मामले में नेतृत्व को निर्णय लेना है. उन्होंने रिपोर्ट के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया.

क्या है मामला

श्याम सेल के दो अधिकारियों एजीएम (एचआरडी) श्री चक्रवर्ती तथा सीनियर कमर्शियल मैनेजर श्री मिश्र ने आरोप लगाया था कि तृणमूल के दो नेताओं आलोक दास व चंचल बनर्जी ने उन्हें हत्या की धमकी दी है, क्योंकि वे उन नेताओं के अनुरूप कार्य नहीं कर रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री, स्थानीय पुलिस व प्रबंधन से सुरक्षा की मांग की. प्रशासनिक चुप्पी दोखते हुए प्रबंधन से गुरुवार को सुरक्षा कारणों से उनका तबादला जामुड़िया यूनिट से ओड़िशा में स्थित यूनिट में कर दिया था. कोलकाता में कंपनी के उपाध्यक्ष ने कहा कि इस स्थिति में 20 हजार करोड़ के निवेश वाले उद्योग को चलाना संभव नहीं है तथा वे कारखाना बंद करने को विवश होंगे.

क्या कहा ममता ने

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उद्योग को बाधित करने के प्रयास को किसी भी स्तर पर बरदाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने श्याम सेल के मामले की अपने स्तर से जांच करायी है. यह मामला काफी छोटा है. इसे वेबजह तूल दिया जा रहा है. उन्होंने उनकी पार्टी के नेता के खिलाफ रंगदारी मांगने के संबंध में उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का कोई नेता रंगदारी नहीं मांगता है. उनकी पार्टी रंगदारी पर नहीं चलती है. अगर ऐसा कोई करता भी है तो उसे तुरंत पार्टी से निष्कासित कर दिया जाता है.

बंगाल में कोई औद्योगिक नीति नहीं : बाबुल सुप्रिय

कोलकाता : बंगाल में कोई औद्योगिक नीति नहीं है, यहां सिर्फ एक प्रकार की नीति है और वह भी वसूली की. यहां के सत्तारूढ़ पार्टी के नेता उद्योगपतियों से रंगदारी वसूलने में जुटे हुए हैं और रंगदारी नहीं देने पर उत्पादन बंद कर दिया जा रहा है. यह बातें आसनसोल से भाजपा के सांसद बाबुल सुप्रियो ने कही. उन्होंने कहा कि सुना है कि मुख्यमंत्री निवेशकों को

आमंत्रित करने के लिए सिंगापुर के दौरे पर जा रही हैं, लेकिन अगर बंगाल में इस प्रकार की रंगदारी होती रही तो यहां कोई निवेश करने नहीं आयेगा. बर्दवान जिले के जामुड़िया स्थित श्याम सेल लिमिटेड कारखाने का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि खुलेआम रंगदारी मांगी जा रही है और आश्चर्य की बात यह है कि इस घटना के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय यहां के श्रम मंत्री मलय घटक का कहना है कि इस प्रकार की कोई घटना ही नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि बंगाल में औद्योगिक विकास नहीं के बराबर है, यहां की स्थिति दिन पर दिन खराब होती जा रही है.

कारखानों में श्रमिक असंतोष बढ़ रहा है, यहां के जूट उद्योग की स्थिति तो पहले ही जजर्र है. साथ ही अब अन्य उद्योगों की हालत भी खराब होती जा रही है. उन्होंने बताया कि यहां के उद्योगों की हालत देखने के लिए भाजपा की उद्योग विशेष कमेटी के प्रतिनिधि बंगाल के दौरे पर आयेंगे और यहां के उद्योग बहुल क्षेत्र का दौरा करेंगे. साथ ही ये प्रतिनिधि सभी यूनियन व मालिक पक्ष के साथ भी बैठक कर उनकी समस्याओं को सौपेंगे. इसके बाद यह कमेटी अपनी रिपोर्ट को केंद्र सरकार को सौंपेगी, जिससे बंगाल में उद्योगों के विकास के लिए बेहतर कदम उठाये जा सके.

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