कोलकाता: सोमवार को लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में हुए मतदान में उत्तर कोलकाता क्षेत्र का चुनावी बाजार गरम रहा. दो-तीन स्थानों पर बमबाजी एवं छिटपुट घटनाओं को छोड़ चुनाव शांतिपूर्ण रहा. सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के साथ ही वृहत्तर बड़ाबाजार के विभिन्न मतदान केंद्रो पर मतदाताओं की लंबी कतार देखने को मिला.
बड़ाबाजार के लोगों में मतदान को लेकर भारी उत्साह दिखा. हालांकि इसी दौरान दोपहर करीब साढ़े 11 बजे बड़ाबाजार के जोड़ाबागान थाना इलाके के मालापाड़ा चौराहे के ठीक पहले बाइक पर सवार कुछ युवकों ने चौराहे पर बमबाजी करते हुए फरार हो गये. पास ही में तृणमूल समर्थक का एक कैंप लगा हुआ था. इसके बाद वहां दहशत फैल गयी. भारी संख्या में वहां कोलकाता पुलिस के जवान पहुंच गये. घटना के बाद तृणमूल के पूर्व विधायक संजय बक्सी ने आरोप लगाया कि भाजपा, वामफ्रंट एवं कांग्रेस के समर्थकों द्वारा बड़ाबाजार में मतदान के दौरान आतंक फैलाने के लिए यह बमबाजी की गयी. उधर, इस घटना के लगभग 20 मिनट बाद घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर काली कृष्ण टैगोर स्ट्रीट एवं दर्प नारायण टैगोर स्ट्रीट चौराहे पर भी बमबाजी की गयी. घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर स्थानीय भाजपा पार्षद मीना देवी पुरोहित का आवास है.
पार्षद ने आरोप लगाया कि हर बार उन्हें लक्ष्य बना कर इस प्रकार से बमबाजी की जाती है. इस बार बड़ाबाजार में भाजपा का जनाधार बढ़ा है. देश में मोदी की लहर से बड़ाबाजार भी अछूता नहीं है. मोदी की लहर व राज्य सरकार से अपमानित होने के बाद इस बार हिंदी भाषी भाषी वोट भाजपा को मिल रहा है. आम जनता विशेषकर मारवाड़ी व हिंदी भाषा भाषियों का वोट इस बार भाजपा को मिल रहा है. तृणमूल को यह हजम नहीं हो रहा है, इसलिए मालापाड़ा व मेरे आवास के निकट बमबाजी कर आतंक फैलाने व मतदाताओं को भयभित करने की कोशिश की गयी. लेकिन मतदाताओं ने इस बार साहस का परिचय दिया. तृणमूल के बमबाजी के बावजूद भारी संख्या में यहां लोगों ने मतदान किया. उधर, घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा उम्मीदवार राहुल सिन्हा भी घटनास्थल पर पहुंचे.
जवानों ने संभाला मोरचा
उधर, बमबाजी की घटना के बाद मालापाड़ा, कालीकृष्ण टैगोर स्ट्रीट व दर्प नारायण टैगोर स्ट्रीट को कोलकाता पुलिस के जवानों ने अपने घेरे में ले लिया. घटना के तुरंत बाद ज्वांयट सीपी एसटीएफ त्रिपुरारी अर्थव, ज्वांयट सीसी एपी एसके गजमेर, डीसी सेंट्रल डीपी सिंह, डीसी नॉर्थ गौरव शर्मा सहित जोड़ाबागान व पोस्ता थाने के अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी. साथ ही एसटीएफ एवं कोलकाता पुलिस के कमांडो के जवानों को भी तैनात कर दिया गया.
इन दोनों बमबाजी की घटनाओं के बाद शाम को लगभग पांच बजकर 45 मिनट पर रतन सरकार गार्डेन स्ट्रीट के तृणमूल कार्यालय के निकट एक बम फटा. इस बार फिर बड़ाबाजार दहशत में आ गया. घटना की जानकारी मिलने के साथ ही घटनास्थल पर एक बार फिर पुलिस के आला अधिकारियों के साथ विधायक स्मिता बक्सी भी घटनास्थल पर पहुंची. विधायक ने आरोप लगाया कि बड़ाबाजार में सुबह से ही शांति से वोट पर्व चल रहा है. लेकिन भाजपा, वामफ्रंट व कांग्रेस ने तृणमूल को बदनाम करने के लिए यह सब करवाया. इस बार यहां से हमारे तृणमूल उम्मीदवार एक बार फिर जीत रहे हैं. यह विरोधियों को बर्दाश्त नहीं हो रहा है.