कोलकाता : इकबालपुर इलाके में मां-बेटियों की मौत के मामले में पुलिस व फोरेंसिक विभाग के बीच टकराव की स्थिति बन गयी है. बताया जा रहा है कि रविवार को इलाके के सुधीर बोस रोड में मां-बेटियों का शव पाया गया. इतनी बड़ी घटना के बावजूद घटना की जांच करने फोरेंसिक विभाग की टीम तीन दिन बाद वारदात स्थल पर पहुंची. लिहाजा इन तीन दिनों में वहां मौजूद नमूने व अन्य सबूतों से छेड़छाड़ का संदेह बना रहता है. सवाल यह उठता है कि फोरेंसिक विभाग के अधिकारी तीन दिन देर से वहां क्यों पहुंचे.
इस बात पर पुलिस की तरफ से बुधवार को ज्वायंट सीपी (क्राइम) पल्लव कांति घोष ने बताया कि, घटना के खुलासे के बाद ही हमने फोरेंसिक विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे हर बार संपर्क नहीं किया जा सका. इसके कारण बुधवार को उनसे संपर्क करने पर बुधवार को वे घटनास्थल पर पहुंच सके. वहीं घटनास्थल पर पहुंची फोरेंसिक विभाग के बाइलॉजी विभाग की प्रमुख शिप्रा राय से पूछने पर उन्होंने इस मामले को गलत बताया. पुलिस के इस आरोप को बेबुनियाद बताते हुए इसके अलावा कुछ भी कहने से वे बचती रही. इससे साफ झलकता है कि पुलिस व फोरेंसिक विभाग के बीच आपसी तालमेल का किस हद तक अभाव है.