कोलकाता. कलकत्ता ट्रामवेज कंपनी (सीटीसी) के करीब 200 कर्मचारियों ने शुक्रवार को सीटीसी मुख्यालय का घेराव किया. उन्होंने प्रबंधन से मांगे पूरी नहीं होने पर अनशन करने की भी धमकी दी. प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि सीटीसी प्रबंधन, कर्मचारियों के इसीसीएस मद के करीब 17 करोड़ रुपये रोक कर रखे हैं.
कर्मचारियों ने मांग की कि सभी सीटीसी कर्मचारियों को पेंशन देने की व्यवस्था की जाये. साथ ही जिन ट्राम चालकों की मृत्यु हो गयी है, उनके आश्रितों को नौकरी दी जाये. इसके अलावा सीटीसी के अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी किये जाने सहित अन्य प्रमुख मांगे हैं. कर्मचारियों ने यह भी मांग की कि नयी गाड़ियों को सड़क पर लाये जाये और पुराने ट्राम की मरम्मत की जाये.
विशेषज्ञों के अनुसार, अन्य वाहनों की तरह ट्राम भी 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने की क्षमता रखती है, पर उसकी पटरियों पर अन्य वाहनों के अतिक्रमण एवं शहर की भीड़-भाड़ व सुस्त यातायात व्यवस्था के कारण ट्राम को 8 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने के लिए मजबूर होना पड़ता है. ट्रामों की रफ्तार तेज करने एवं ट्राम की पटरियों पर से अन्य गाड़ियों को चलने से रोकने के लिए पुलिस कभी भी हमारी मदद नहीं करती है. कर्मचारियों ने कहा कि यदि आगामी 15 दिनों में प्रबंधन समस्या का हल नहीं करती है तो सभी सीटीसी कर्मचारी सीटीसी के एमडी के घर के सामने अनशन पर बैठेंगे.