इसके बाद गैरी जहां-तहां भटकती रही. गौरी देवी जब लापता हुई थी, उस वक्त माणिक दत्ता ने अपनी दो बेटियों और एक बेटे को लेकर उसे ढूंढ़ने का बहुत प्रयास किया. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पास पत्र लिख कर अपील भी की, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ. इस बीच दो बेटियों और एक बेटे को पढ़ा-लिखा कर काबिल बनाया. शुक्रवार को अचानक दुर्गापुर थाने से एक खबर आयी कि उनकी पत्नी गौरी देवी हावड़ा जिला अस्पताल में भरती है. इस खबर को सुन कर माणिक दत्ता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. शनिवार सुबह वह हावड़ा थाना पहुंचे और ओसी तथागत पांडे से मुलाकात की. इसके बाद वह पुलिस अधिकारियों के साथ हावड़ा जिला अस्पताल पहुंचे. अस्पताल के महिला वार्ड में जाने पर उन्होंने गौरी देवी को देखा. पैर में चोट लगने के कारण अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. गौरी देवी को देखने के बाद माणिक खुशी से रो पड़े और वह बार-बार कहते रहे कि वर्ष 1999 में जिस कार्य को मुंबई पुलिस नहीं कर सकी, उसे हावड़ा पुलिस ने कर दिखाया. पिछले सप्ताह गोलाबाड़ी थाना इलाके में एक सड़क दुर्घटना मे घायल होने पर हावड़ा सिटी पुलिस ने गौरी देवी को हावड़ा अस्पताल में भरती कराया था. गौरी देवी से बार-बार पूछने पर उसने पुलिस को बताया कि वह दुर्गापुर के पलासदीहा की रहनेवाली है, जिसके बाद पुलिस ने दुर्गापुर थाने से संपर्क किया. माणिक ने खुशी जाहिर करते हुए हावड़ा थाना के ओसी तथागत पांडेय व अन्य पुलिस अधिकारियों का आभार जताया.
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24 साल बाद मिली लापता पत्नी
हावड़ा. शनिवार को हावड़ा थाना पुलिस के प्रयास से एक व्यक्ति को 24 वर्ष 8 माह बाद उसकी लापता पत्नी अस्पताल में घायल अवस्था में मिली. पति माणिक दत्ता को विश्वास नहीं हो रहा था कि सामने जो बैठी है, वह उसकी पत्नी गौरी दत्ता है. वह पत्नी के सिर पर बार-बार हाथ फेर रहा […]
हावड़ा. शनिवार को हावड़ा थाना पुलिस के प्रयास से एक व्यक्ति को 24 वर्ष 8 माह बाद उसकी लापता पत्नी अस्पताल में घायल अवस्था में मिली. पति माणिक दत्ता को विश्वास नहीं हो रहा था कि सामने जो बैठी है, वह उसकी पत्नी गौरी दत्ता है. वह पत्नी के सिर पर बार-बार हाथ फेर रहा था. उसने दुर्गापुर में अपने बच्चों को यह खुशखबरी दी. माणिक दत्ता ने इस कार्य के लिए हावड़ा थाना के अधिकारियों का आभार जताया है. माणिक दत्ता का कहना है कि वह पत्नी को खोजने के लिए प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुका है, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ. हावड़ा पुलिस थाना के सहयोग से उसकी पत्नी वापस मिल पायी है.
कैसे गायब हुई थी गौरी दत्ता : दुर्गापुर थाना अंतर्गत के पलासदीहा की रहनेवाली मानसिक रूप से विक्षिप्त गौरी देवी लगभग 25 वर्षों पूर्व अपने घर से लापता हो गयी थी. वर्ष 1999 में किसी तरह वह मुंबई सेना कैंप तक पहुंची. वहां सेना के जवानों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया. मुंबई पुलिस ने भी उससे बिना कुछ पूछे उसे छोड़ दिया.
ओसी तथागत पांडे ने कहा कि अगर माणिक किसी नर्सिंग होम में अपनी पत्नी को चिकित्सा कराने के लिए ले जाना चाहते हैं, तो हावड़ा पुलिस उनकी पूरी मदद करेगी.
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