हावड़ा. लिलुआ थाना अंतर्गत पंचाननतला लेन में वहां के तृणमूल पार्षद नारायण मजूमदार के भांजे राकेश दास व उसके साथियों पर शीतल देवनाथ के घर में घुसकर घर की महिलाओं तथा उसके साथ मारपीट व तोड़फोड़ करने का आरोप लगा है. यह घटना बुधवार देर रात घटी. पुलिस ने राकेश दास उर्फ नांटू को गिरफ्तार कर गुरुवार को हावड़ा जिला अदालत में पेश किया जहां से उसे जेल हिरासत में भेज दिया गया. इस घटना में शीतल देवनाथ गंभीर रूप से घायल हो गया है, उसे स्थानीय अस्पताल में भरती कराया गया है.
क्या है घटना: प्राप्त जानकारी के अनुसार पंचाननतला इलाके में एक बाजार है. पार्षद नारायण मजूमदार बाजार को पंचाननतला से कही अन्य स्थान पर ले जाना चाहते हैं. शीतल देवनाथ का परिवार विरोध करनेवालों में सबसे आगे था. इससे पार्षद व उनके समर्थक नाराज थे. ऐसा माना जा रहा है कि यह हमला उसी नाराजगी के कारण किया गया. आरोप है कि इसी से गुस्साए पार्षद के भांजे राकेश दास उर्फ नांटू व उसके साथियों ने बुधवार की रात शीतल देवनाथ के घर में घुसकर हमला कर दिया और जमकर तोड़फोड़ की. उपद्रवियों ने न सिर्फ घर में तांडव मचाया बल्कि महिलाओं के साथ भी बदसलूकी की.
इस घटना में उन्होंने घर में रखे फ्रिज, टीवी, कूलर तोड़ डाले और आलमारी से सारा सामान निकाल कर बाहर फेंक दिया. आरोप है कि आलमारी में रखे बहुमूल्य सामान भी लूट लिए गये. घटना के संबंध में संचिता देवनाथ ने बताया कि वे अचानक घर में घुस आये और मेरे भाई पर हमला कर दिया. विरोध करने पर वृद्ध मां को मारने लगे. उन्होंने पूरे घर में तोड़फोड़ की.घटना की सूचना मिलते ही लिलुआ थाने की पुलिस मौके पर पहुंची.
पीड़ितों ने लिलुआ थाने में राकेश उर्फ नांटू व शंभु सहित पांच युवकों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है. पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एक अभियुक्त राकेश दास उर्फ नांटू को गिरफ्तार कर लिया है. हावड़ा जिला अदालत में पेश करने पर उसे 14 दिनों की जेल हिरासत में भेज दिया गया. इस संबंध में बात करने पर पार्षद नारायण मजूमदार ने कहा कि उन्हें फंसाया जा रहा है. इस घटना में उनका कोई हाथ नहीं है.
क्या कहती है पुलिस
हावड़ा सिटी पुलिस के डीसी (नॉर्थ) जफर अजमल किदवई का कहना है कि पुलिस ने इस घटना में लिप्त एक युवक राकेश दास को गिरफ्तार किया है. कोर्ट में पेश करने पर उसे 14 दिनों के लिए जेल हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस मामले की सत्यता की जांच कर रही है. वहीं सहकारिता मंत्री अरूप राय ने इस घटना को भाजपा की साजिश बताया.