कौशांबी के चायल विधानसभा से विधायक पूजा पाल को फेसबुक पर बदनाम करने की साजिश रची जा रही है.फेसबुक पर आरती पाल नाम की आई डी से लगातार चार पांच बार विधायक पूजा पाल के लिए पोस्ट डाली गई जिसमें आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया.जिसके बाद विधायक पूजा पाल ने थाना धूमनगंज में इसकी शिकायत दर्ज कराई है.
विधायक पूजा पाल ने प्रभात खबर के माध्यम से बताया
विधायक पूजा पाल ने बताया कि यह कुछ समाजवादियों का षडयंत्र है क्योंकि राज्यसभा चुनाव से कुछ लोग मुझसे नाराज़ हैं और उस नाराज़गी के कारण कुछ यहां के समाजवादी के विधायक हैं और कुछ नेतागण हैं उनको विरोध करने का एक मसाला मिल गया है जिसके तहत ये लोग दूसरों के माध्यम से मुझे बदनाम करने की कोशिश करते हैं.और मुझे ये सीधे बोल नहीं सकते क्योंकि अगर ये सीधे मुझे बोलेंगे तो मेरी चाहने वाली जनता इनको आगे आने वाले चुनाव में अच्छा सबक सिखा देगी. और यह लोग हमेशा मेरे व्यक्तिगत जीवन के बारे में लिखते रहते हैं और अगर लिखते भी हैं तो मुझे कोई दिक्कत नहीं लेकिन ये लोग सही चीजें लिखे क्योंकि इनको सब कुछ पता है मेरे बारे में मैने इनके ही पार्टी से चुनाव लड़ा उनके मुखिया को सब पता है उनके कुछ नेतागण हैं उनको पता है कि सन 2018 में मै चुनाव हारी और यह मौका देखते हुए इस चक्कर में लग गए कि मैं अब इकदम पीछे चली जाऊं, मेरी राजनीतिक करियर ही समाप्त हो जाए,मैं राजू पाल का मुकदमा न लड़ पाऊं मेरे साथ इक षडयंत्र अतीक अहमद के द्वारा किया गया जिसमें मेरे खुद परिवार के लोग सम्मिलित थे जो कि अब उनकी भी हत्या हो चुकी है और उसके बाद मेरे मुकदमा को मेरे ही परिवार के भाई थे उन्होंने लिया और लेने के बाद उन्होंने कहा कि आप विवाह कर लीजिए हम आपके साथ हैं और जब विवाह हो भी गया और मुझे शादी के कुछ दिनों बाद सच्चाई का पता चला.क्योंकि यही लोग फिर कहीं बैठ कर यह बाते कर रहे थे कि हम लोगों के रास्ते का कांटा समाप्त हो चुका है और पूजा पाल का राजनीतिक करियर भी अब समाप्त हो जाएगा.और अतीक अहमद का कांटा भी साफ हो गया और कहा कि अब हम चुनाव भी लड़ लेंगे और सांसद अतीक अहमद का भी सारा मुकदमा खत्म हो जाएगा इसकी जानकारी जब मुझे हुई तब यह मुझे पता चला कि ये लोग सच में मेरे साथ एक षडयंत्र रचे हैं तब मैंने इसका विरोध किया और इसके बाद मैने जांचा परखा तो बाते सच निकली और इसके बाद मैने इस विवाह का खंडन भी किया और मैंने कोर्ट के माध्यम से अपने विवाह के अलगाव के लिए भी दे दिया.
सब कुछ पता होने के बावजूद भी सिर्फ और सिर्फ मेरी छवि कैसे धूमिल की जाए इस वजह से सारा षडयंत्र भी करवा के और मेरे निजी जीवन के बारे में लिखते रहते हैं . और आज भी जनता का विश्वास और प्रेम मेरे साथ बना हुआ है मेरी शहर पश्चिमी और चायल की जनता को मेरा दुख मेरी तकलीफ सबकुछ पता है मैने सबको बताया हुआ है इसलिए जनता का साथ आज भी मेरे साथ है इसके डर से खाली कुछ समाजवादी यह सोचते हैं कि इनको आज भी जनता का स्नेह और प्रेम मिल रहा है इसलिए इस छवि को धूमिल करने के लिए ये लोग एक षडयंत्र के तहत एक आरती पाल नामक लड़की को इस्तेमाल कर रहे हैं,इस लड़की के पोस्ट में भाषा और शब्दावली किसी और की है लेकिन उसको यह कह के इस्तेमाल किया जा रहा की तुम अपने जरिए यह काम करो ताकि महिला से महिला का सामना हो क्योंकि हम पुरुष हैं उसे हम सीधा नहीं बोल सकते और तुम महिला हो तो तुम्हारी बातों पर लोगो का ध्यान भी आकर्षित होगा और हमलोग बोलेंगे तो हमारी बाते राजनैतिक मानी जाएगी इसलिए हम लिख कर देंगे तुम्हे और तुम अपने सोशल मीडिया फेसबुक के जरिए लोगो को लिखित दर्शाओ और तुम उसके ही जाति की भी हो तो और भी सही रहेगा. यह सिर्फ मुझे और मेरी छवि को धूमिल करने का कार्य करना चाहते हैं जिसकी शिकायत आज मैने धूमनगंज थाने में दर्ज कराई है.

पूजा पाल का राजनीतिक जीवन
पूजा पाल समाजवादी पार्टी की एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं .वह इलाहाबाद पश्चिम से तत्कालीन विधायक राजू पाल की पत्नी थीं, जिनकी 2004 के चुनावों में मोहम्मद अशरफ को हराने के बाद दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद, हत्या के मुख्य आरोपी मोहम्मद अशरफ विधायक बन गए. हालांकि, 2007 के उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा चुनावों में , अशरफ को पूजा पाल ने हरा दिया.पूजा पाल ने राजू पाल की हत्या की सीबीआई जांच के लिए भी अनुरोध दायर किया था.जब उन्होंने 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में चायल से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन किया और 2022 के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में चायल से समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधायक चुनी गईं.