लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तेजी से बदलते परिवेश में ईजाद किये गये अपराध के नये-नये तरीकों को पुलिस के सामने नई चुनौतियां करार देते हुए आज कहा कि इससे मुकाबले के लिये पुलिस को भी आधुनिक तकनीक से लैस करने की जरूरत है. मुख्यमंत्री ने यहां आयोजित पुलिस स्मृति दिवस समारोह में कहा कि तेजी से बदलते माहौल में अपराध के नये-नये तरीके ईजाद हो रहे हैं. इससे पुलिस के सामने लगातार नई-नई चुनौतियां पैदा हो रही हैं. खासतौर पर आर्थिक अपराधों के मामलों में लगातार नये आयाम जुड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अपराधी साइबर क्राइम के नए तौर-तरीके अपना रहे हैं. ऐसे में, पुलिस को भी आधुनिक तकनीक की जानकारी देकर सक्षम तथा प्रभावी बनाने की जरुरत है, ताकि ऐसे अपराधों पर लगाम लगाई जा सके.
पुलिसकर्मियों के माता-पिता को 5 लाख अतिरिक्त
अखिलेश ने घोषणा की कि सरकार अब कर्तव्य के लिये शहीद होने वाले पुलिसकर्मियों के माता-पिता को भी पांच लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता देगी. ज्ञातव्य है कि प्रदेश की समाजवादी सरकार द्वारा प्रत्येक शहीद पुलिसकर्मी की पत्नी को 20 लाख रुपये की मदद पहले ही दी जा रही है. शहीद के माता-पिता को अलग से पांच लाख रुपये दिये जायेंगे. मुख्यमंत्री ने अराजपत्रित पुलिसकर्मियों के पौष्टिक आहार भत्ते में 100 रुपये की मासिक बढोत्तरी की भी घोषणा की. अखिलेश ने कहा कि कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं कि किसी भी अपराधी के खिलाफ, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, पुलिस पूरी ईमानदारी से सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करे, जिससे प्रदेश में शान्ति और सुरक्षा का माहौल कायम रहे.
सीएम ने दी श्रद्धांजलि
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने अत्यन्त विषम परिस्थितियों में भी कानून-व्यवस्था सुदृढ रखने तथा साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. इससे आम जनता में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है और पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है. इससे पहले कार्यक्रम स्थल पहुंचने के उपरान्त मुख्यमंत्री ने पुलिस स्मृति दिवस परेड की सलामी ली. इस अवसर पर उन्होंने शहीदों की स्मृति में निर्मित स्मारक पर पुष्प चक्र चढ़ाने के बाद उन्हें नमन भी किया। इसके बाद उन्होंने शहीदों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया और सम्मानित भी किया. कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक सितम्बर, 2015 से 31 अगस्त, 2016 की अवधि में 116 पुलिसकर्मियों ने कर्तव्यपालन के दौरान शहादत दी.