सहारनपुर(उत्तरप्रदेश): नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल पूरे हो चुके हैं. प्रधानमंत्रीनेअपने दो साल का रिपोर्ट कार्ड में अपनी उपलब्धियां गिनवायी.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी दो साल की उपलब्धियां गिनाने का आगाज आज उत्तरप्रदेश के सहारनपुर से की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस रैली को अगले साल होने वाले उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव के आगाज के तौर पर देखा जा रहा है.मोदी सरकार अपने दो साल के कामकाज का ब्यौरा के साथ-साथ मिशनउत्तरप्रदेश2017 पर भी पैनी नजर रखे हुएहैं.रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, मैं उत्तर प्रदेश वाला हूं. यहां का सांसद हूं . मेरा मन करता आपका आशीर्वाद प्राप्त करने का. मैं जो जन सैलाब देख रहा हूं आपसे क्षमा चाहता हूं कि जगह कम पड़ गयी. अपने संबोधन में पीएम ने एक बड़ा एलान किया. उन्होंने कहा कि कैबिनेट की अगली बैठक में उनकी सरकार डॉक्टरों की रिटायरमेंट उम्र 65 साल करने जा रही है.
काम का हिसाब देने आया हूं
मैं प्रधानसेवक के रूप में आप सभी की सेवा करता रहा हूं. दो साल पहले इसी वक्त मैं शपथ ले रहा था और आज आपके सामने अपने कामों का हिसाब देने आया हूं. दो वर्ष में देश ने हमारे काम को देखा है. संसद में जब सांसदों ने मुझे नेता के रूप में चुना था तो मैंने अपने पहले भाषण में कहा था मेरी सरकार गरीबों के प्रति समर्पित है. कोई गरीब मां – बाप नहीं चाहता कि उसे विरासत में गरीबी मिले. हर मां – बाप चाहता है कि उनके जैसी गरीबी उनके बेटों को ना मिले.
राज्यों का रखा ध्यान
प्रधानमंत्री ने राज्यों की चर्चा करते हुए कहा, हमारी कोशिश रही है कि राज्यों को मजबूत बनायें. राज्य सरकारें भी जनता के लिए काम करें. पहले एक जमाना था जब दिल्ली सरकार के पास भारत का 65 प्रतिशत धन होता था. राज्यों के खजाने में सिर्फ 35 प्रतिशत होता था. हमने सबसे बड़ा निर्णय किया. अब दिल्ली के खजाने में सिर्फ 35 प्रतिशत हिस्सा रहेगा और 65 प्रतिशत राज्यों के खजाने में रहेगा. इस निर्णय से राज्यों को ताकत मिली.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम पंचायत और नगर निगमकीमदद की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि हमने सीधे तौर पर नगर निगम और ग्राम पंचायत को धन उपलब्ध कराया ताकि अच्छी बिजली, अच्छी सड़क और अच्छा स्कूल बन सकें. हमारी कोशिश थी कि इन कोशिशों से बदलाव आये.
विरोधियों पर हमला
प्रधानमंत्री इस मौके पर विरोधियों पर हमला करना नहीं भूलें. उन्होंने कहा कि देश बदल रहा है लेकिन लोगों का दिमाग नहीं बदल रहा है. जिस वक्त मैंने जिम्मेदारी संभाली उस वक्त 14 हजार करोड़ रुपये गन्ना किसानों का बकाया था. हमने गन्ना किसानों की हालात पर सोचा. हमने पुरानी भुगतान का काम अलग अलग योजनाओं के जरिये कराया. अभी भी कुछ किसानों का बकाया
बाकीहै . मैं सुगर मिल को चेतावनी देता हूं कि इतने साल आपने जो किसानों के साथ किया है अब आपको करने नहीं दिया जायेगा.
2022 तक दोगुणा करने का प्रयास
हमने लक्ष्य रखा है कि 2022 तक किसानों की आय दोगुणी हो जाए. यह नारा नहीं है हमारी कोशिश है कि यह पूरा हो. हमें वैज्ञानिक तरीके से खेती करनी होगी. मिट्टी की जांच से यह पता चलेगा कि कौन सी फसल लगाये कि उसे फायदा हो. हमने प्रधानमंत्री कृषि सिचांई योजना के तहत कोशिश है कि पानी मिले. हमें पता है कि अगर किसानों को पानी मिले तो वो मिट्टी से भी सोना निकाल सकते हैं. जिन राज्यों में पानी का संकट है उनके मुख्यमंत्री से बात की.
भ्रष्टाचार की खबर अब नहीं आती
प्रधानमंत्री ने कहा याद कीजिए वो पुराने दिन जब चाय की दुकान पर भ्रष्टाचार की चर्चा होती थी. अब इस तरह की बात नहीं होती. मैं सरकार में हूं जब पुरानी चीजें देखता हूं तो हैरान रह जाता हूं कि क्या लोग सरकार में इसलिए आते हैं कि गरीबों का पैसा खा सकें . मैंने उस पर लगाम लगाने की कोशिश की है. किसी में पहले यह हिम्मत नहीं थी कि वो अपने कामों का हिसाब दे सकें और जनता से पूछ सकें.
गरीब मां अब गैस में खाना बना रही है
गैस सलेंडर की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा क्या उस वक्त कोई गरीब गैस सलेंडर से खाने बनाने की सोच सकता था. मेरा देश इतना ताकतवर और ईमानदार है कि मैंने देशवासियों को कहा कि अगर आप अपनी सब्सिडी छोड़ दें तो इस देश के 1 करोड़ से ज्यादा परिवार ने रसोईगैस की सब्सिडी छोड़ दी. मैंने फैसला लिया कि आने वाले तीन साल में 5 करोड़ परिवार को गैस कनेक्शन दिया जायेगा. हमारे देश में अब फैशन हो गया है कि हर योजना समुदाय विशेष या जात से जोड़ दी जाए. मेरे लिए सवा सौ करोड़ देशवासी परिवार है. मैं जब बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की बात करता हूं तो सबके लिए करता हूं.
बिजली, सड़क और रोजगार
प्रधानमंत्री ने कहा, गांवों की यह मांग रही थी कि हमारे गांव को शहर की मुख्य सड़़क से जोड़ दो. हमारी सरकार ने सड़क के लिए विशेष काम किया.पिछली बार की सरकार में एक दिन में जितना सड़क बनता था उससे दोगुणी सड़क आज बनती है. हमने गांवों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. एक हजार दिन का लक्ष्य रखा है. अभी तो सिर्फ 300 दिन हुए हैं और 7 हजार गांव में बिजली पहुंच गयी. हमने रोजगार के लिए मुद्रा योजना शुरू की. छोटे व्यापारी जो अपना काम शुरू करना चाहते हैं उन्हें बैंक ऋण नहीं देता. हमने योजना के माध्यम से उन्हें पैसे उपलब्ध कराने की कोशिश की. योजना इस वर्ष शुरू की. अबतक सवा लाख करोड़ रुपये दे दिये गये.
डॉक्टरों के रिटायरमेंट की उम्र 65 वर्ष होगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि इस अभियान को युवा, बच्चों और साधारण लोगों ने अपना लिया है. स्वच्छता को लेकर सजगता दिख रही है. यह अभियान अमीरों के लिए नहीं है बल्कि गरीबों के लिए है.कई लोग अब कचरा इधर-ऊधर फेंकने पर टोक देते हैं. डॉक्टर मित्र क्या हर महीने की 9 तारीख को गरीबों का मुफ्त मेंइलाजकर सकते हैं क्या. अगर हमारे डॉक्टर 12 महीने में 12 दिन दे दें तो किसी डॉक्टर को ज्यादा नुकसान नहीं होगा. क्या मेरे डॉक्टर प्रसूति माताओं का इलाज कर सकते हैं. इस मंच से प्रधानमंत्री ने कहा, अब डॉक्टरों के रिटायरमेंट की उम्र 65 साल होगी. अगले बार कैबिनेट की बैठक में इस पर फैसला लिया जायेगा और इस पर मुहर लगा दी जायेगी. हमारे यहां डॉक्टरों की कमी है उसे दो साल में दूर नहीं किया जा सकता, इसलिए यह फैसला लिया गया है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम