लखनऊ : लोकसभा के आगामी चुनाव में उत्तर प्रदेश में प्रचंडतम बहुमत मिलने का दावा कर रही भाजपा का मानना है विपक्षी दलों के बीच अनेक तल्खियां तथा विरोधाभास हैं और उसे विश्वास है कि भविष्य में उसके खिलाफ कोई गठबंधन नहीं बनने वाला. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि विपक्षी दलों के बीच समय-समय पर गठबंधन की बात होती है, लेकिन यह सच्चाई से कोसो दूर है.
उन्होंने कहा कि इन पार्टियों में आपस में ही इतने विरोधाभास और मनमुटाव है कि उनका गठबंधन बन ही नहीं सकता. अगर बन भी गया तो ज्यादा दिन टिक नहीं सकेगा. उन्होंने विश्वास जताया कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को उत्तर प्रदेश की 80 में से 71 और उसके सहयोगी अपना दल को दो सीटें मिली थीं. इस बार यह आंकड़ा निश्चित रूप से बढ़ेगा.
उन्होंने कहा कि दलित, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा मुस्लिम मतदाताओं के वोट हासिल करने की बसपा और सपा की रणनीतियों से बेपरवाह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी चुनाव के लिहाज से जमीनी स्तर पर काम कर रही है. उसे अपना लक्ष्य जरूर हासिल होगा.
उन्होंने कहा कि भाजपा ने गत 4-24 सितम्बर के बीच अन्य पिछड़ा वर्गों के कई सम्मेलन आयोजित किये हैं, जिसमें प्रदेश के कोने-कोने से पिछड़ी बिरादरियों के लोगों ने उत्साहपूर्ण तरीके से हिस्सा लिया. पाण्डेय ने कहा कि भाजपा बहुत जल्द दलित सम्मेलन तथा प्रबुद्ध सभाएं आयोजित करेगी. इन दोनों ही वर्गों को सपा और बसपा की सरकारों ने छलने के सिवा और कुछ नहीं किया.
उन्होंने कहा कि केवल भाजपा ही ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मूल मंत्र पर काम कर रही है. लोकसभा चुनाव की अन्य तैयारियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी केंद्र और राज्य सरकार के विकास कार्यों और सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व के आधार पर चुनाव लड़ेगी. इसके अलावा पार्टी बूथ स्तर पर अपनी सशक्त मौजूदगी पर ध्यान दे रही है. इसके लिये ‘माइक्रो प्लानिंग’ की जा रही है.