गोरखपुर : उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज केपूर्व प्रिंसिपल डॉ. राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी डॉ पूर्णिमा शुक्ला को पुलिस ने गुरुवार को एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. इससेपहले पूर्व प्रिंसिपल डॉ. राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी डॉ. पूर्णिमा शुक्ल को एसटीएफ ने मंगलवार को कानपुर से गिरफ्तार किया था. एसटीएफकीटीम ने दोनों को कानपुर के साकेत नगर के एक चर्चित अधिवक्ता के घर से उन्हें गिरफ्तार किया था.
उल्लेखनीय है दोनों पति-पत्नी गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से 63 बच्चों की मौत के बाद से फरार चल रहे थे. अगस्त के दूसरे हफ्ते में छह दिनों में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कुल 63 लोगों की मौत हो गयी थी. इनमें 10 और 11 अगस्त को ही 30 बच्चों की मौत हो गयी थी. इसको लेकर सूबे में सियायी बयानबाजी तेज हो गयी थी.इसकेबाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव राजीव कुमार की अध्यक्षता मेंएक जांच कमेटी गठित की थी.
इस कमेटी की जांच रिपोर्ट में निलंबित प्रिंसिपल राजीव मिश्र, पत्नी डॉ पूर्णिमा शुक्ला, बाल विभाग के हेड डॉ. कफील, एनेस्थेसिया विभाग के हेड डॉॅ. सतीश, ऑक्सीजन सप्लाई करनेवाली कंपनी पुष्प सेल्स समेत 9 लोगों को दोषी पाया गया था. जांच रिपोर्ट के बाद लखनऊ के हजरतगंज थाने में सात लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार की विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था.
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