गोंडा : उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री आनन्द सिंह के पुत्र और हाल में समाजवादी पार्टी (सपा) छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थामने वाले पूर्व सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर कई गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा है कि यादव के मुख्यमंत्रित्वकाल में उनसे मुलाकात करने के लिये उन्हें पांच हजार रुपये रिश्वत देनी पड़ती थी.
पिछले गुरुवार को भाजपा में शामिल हुए गोंडा से पूर्व सांसद कीर्तिवर्धन ने कल यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने सपा का भ्रष्टाचार बहुत करीब से देखा है. उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 2004 में जब वह सांसद थे तो तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव से मुलाकात करने के लिये उनके निजी सचिव को पांच हजार रुपए से भरा लिफाफा देना पड़ता था. कीर्तिवर्धन ने यह भी आरोप लगाया कि मुलायम सिंह यादव से बड़ा परिवारवाद को बढ़ावा देने वाला दुनिया में दूसरा कोई नहीं है.उनके परिवार एक भी बालिग सदस्य ऐसा नहीं है जो सत्ता का सुख ना भोग रहा हो.
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती बहुजन समाज पार्टी :बसपा: सरकार के भ्रष्टाचार से त्रस्त एक बड़े वर्ग ने मौजूदा सरकार को सत्ता तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई थी लेकिन गद्दी मिलने पर सपा ने लोगों को सिर्फ धोखा दिया. प्रदेश की कानून-व्यवस्था तार-तार है और गन्ना किसान परेशान हैं. सपा प्रमुख मानते हैं कि युवाओं को लैपटाप बांटकर उनका वोट हासिल किया जा सकता है लेकिन ऐसा होगा नहीं. कीर्तिवर्धन ने कहा कि वह बिना शर्त भाजपा में शामिल हुए हैं. पार्टी अगर टिकट देगी तो वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने दावा किया कि उनके पिता और प्रदेश के कृषि मंत्री आनन्द सिंह का आशीर्वाद उनके साथ है.