लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने मुजफ्फरनगर और शामली जिले में हुए सांप्रदायिक दंगों को उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी(सपा)और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा)की मिलीभगत का परिणाम बताते हुए आज कहा कि दंगों के दोषियों को कड़ी सजा दिलाने में हो रही हीलाहवाली इसका सबूत है.
मायावती ने आज लोकसभा चुनाव की तैयारी की समीक्षा के लिए बुलायी गयी पार्टी पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर और शामली में हुए सांप्रदायिक दंगों के दोषियों को अभी तक कड़ी सजा नहीं दिलाए जाने से यह साबित हो चुका है कि वे दंगे सपा और भाजपा की मिलीभगत से हुए. बसपा प्रमुख ने पिछडे वर्ग की अति-पिछड़ी 17 जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल किए जाने के प्रस्ताव पर जोर देने के लिए सपा द्वारा निकाली गयी ‘अधिकार रथयात्र’ की ओर इशारा करते हुए कहा कि जातिवादी मानसिकता से ग्रसित सपा ने इन जातियों के हितों के साथ खिलवाड़ करने के अलावा कुछ नहीं किया.
मायावती ने कहा कि सपा ने पहले ही ओबीसी समाज के साथ छल और दिखावा करके उसका काफी नुकसान कराया है और एक बार फिर उन्हें गुमराह करने की कोशिश में लगी है.