लखनऊ:पीसीएस परीक्षा में त्रिस्तरीय आरक्षण की नई व्यवस्था को भले ही सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वापस ले लिया है पर इस मामले में सरकार से हुई चूक को लेकर मायावती को सपा सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया. शनिवार को बसपा प्रमुख मायावती ने अखिलेश सरकार पर सिर्फ यादवों के हितों का ही ध्यान रखने का आरोप लगाया. मायावती के अनुसार बसपा अखिलेश सरकार की पीसीएस परीक्षा में त्रिस्तरीय आरक्षण की नई नीति को लागू करने का विरोध करती है और इसे पूरी तरह खत्म करने के लिए आंदोलन करेगी. मायावती ने पीसीएस परीक्षा में त्रिस्तरीय आरक्षण की नई व्यवस्था का विरोध कर रहे छात्रों का साथ देने की भी घोषणा की.
यहां पत्रकारों से वार्ता करते हुए बसपा प्रमुख मायावती प्रदेश की अखिलेश सरकार की मुद्दों पर आलोचना की. मायावती ने कहा कि पीसीएस परीक्षा में त्रिस्तरीय आरक्षण की नई व्यवस्था में भले ही आरक्षण शब्द ना जोड़ा गया हो लेकिन सच यही है कि ये व्यवस्था सिर्फ यादव समाज के अभ्यर्थियों को लाभ पहुंचाने के लिए लागू की गई थी. इसका सबसे ज्यादा नुकसान अपर कास्ट को होगा. मायावती ने अखिलेश सरकार पर विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी पदों पर यादव समाज के लोगों को तैनात करने का आरोप भी लगाया. मायावती ने कहा कि अखिलेश सरकार के ऐसे प्रयास से समाज के अन्य वर्गो में नाराजगी है और वंचित लोग आन्दोलन करने का मजबूर हो रहे हैं. मायावती ने कहा है कि आरक्षण की नई व्यवस्था का विरोध करने वाले छात्रों का बसपा साथ देगी.
प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर भी मायावती ने फिर अखिलेश सरकार पर हमला बोला और कहा कि देश में सबसे खराब कानून व्यवस्था उत्तर प्रदेश की ही है. अब यूपी में दिन डूबने के बाद कोई अपनी बहन बेटियों को कहीं नहीं भेजता. मायावती का कहना है कि यूपी की बेहतरी के लिए मैं मीडिया के माध्यम से राज्यपाल से राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करती हूं. अखिलेश यादव की लैपटाप योजना पर भी उन्होंने फिकरा कसा. मायावती ने कहा कि यूपी में जब कानून व्यवस्था की हालत ज्यादा खराब हो जाती हैं तो अखिलेश सरकार जनता का ध्यान हटाने के लिए बेरोजगारी भत्ता, लैपटॉप का राग अलापने लगती है. आज भी लखनऊ में कुछ ऐसा ही हो रहा है. मायावाती का आरोप है कि बेरोजागारी भत्ता, लैपटॉप
राजबब्बर और रशीद ने गरीबी नहीं देखी: मायावती
बसपा प्रमुख मायावती कांग्रेस प्रवक्ता राजबब्बर और रशीद मसूद द्वारा सस्ते खाने को लेकर दिए गए बयान को गरीबों का मजाक करने वाला बताया. मायावती ने कहा कि जो कांग्रेसी नेता कहते हैं कि 12 रूपए में मुंबई और पांच रुपए में दिल्ली में खाना खाया जा सकता है, वास्तव में उन्होंने कभी गरीबी देखी ही नहीं है. इसीलिए यह लोग गरीबों का मजाक उड़ाने वाला ऐसा बयान दे रहे हैं. मायावती ने फूड सिक्योरिटी बिल की वकालत करते हुए कहा कि बसपा इस बिल के साथ है. मायावती ने कहा कि बसपा इस बिल को सैद्धांतिक तौर पर समर्थन करती है लेकिन इस तरह से जल्दबाजी में बिल नहीं लाना चाहिए. इसके लिए सभी दलों से चर्चा की जानी चाहिए, ताकि और भी बेहतर योजना सामने आ सके.
!!राजेन्द्र कुमार!!