महाराजगंज : नेपाल में अगले सप्ताह से दक्षेस की बैठक शुरू होने वाली है. इस बैठक के मद्देनजर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) को चौकस कर दिया गया है. भारत-नेपाल सीमा पर उसे चौबीसों घंटे कड़ी निगरानी के लिए कहा गया है ताकि राष्ट्र विरोधी तत्वों को प्रवेश से रोका जा सके.
भारत-नेपाल सीमा पर आतंकवादियों की गतिविधियां बढ़ने को लेकर खुफिया ब्यूरो की खबर के बाद यह फैसला किया गया है.
एसएसबी भारत-नेपाल सीमा पर स्थित धार्मिक स्थानों की भी पहचान करेगी क्योंकि इन जगहों का इस्तेमाल पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई अपने इरादोें को अंजाम देने के लिए कर सकती है.
एसएसबी ने भारत नेपाल सीमा से आतंकियों की किसी भी घुसपैठ को नाकाम करने के लिए निगरानी कड़ी कर दी है. एसएसबी के जवानों से चौबीसों घंटे अलर्ट रहने को कहा गया है.एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट मनीष जायसवाल ने बताया कि आतंकवादी संगठन युवाओं को प्रशिक्षण देकर नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश कराने की कोशिश कर सकते हैं ताकि भारत में गड़बड़ी फैलायी जा सके.
जायसवाल ने बताया कि सोनौली और तूतीपार चौकियों पर मेटल डिटेक्टर लगाये गये हैं. घुसपैठ रोकने के लिए डाग स्क्वायड भी लगाया गया है. सोनौली में दो सीसीटीवी लगाये गये हैं.एसएसबी की खुफिया इकाई को भी मजबूत करने पर विचार किया जा रहा है.