लखनऊ:उत्तर प्रदेश में जहां एक ओर महिलाओं के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है वहीं यहां के नेता बेहूदा बयान देने से बाज नहीं आ रहे हैं. सत्ताधारी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने बयान दिया है कि आज किसी के जानवर को भी कोई जबरदस्ती नहीं ले जा सकता है. उनके इस बयान की राजनीतिक दलों ने आलोचना की है. इस तरह का बयान अखिलेश सरकार के लिए मुश्किलें खड़ा कर सकती है.
इससे पहले सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने एक सभा में कहा था कि बच्चे हैं उनसे गलती हो जाती है. मुलायम के इस बयान पर भी विपक्षी पार्टियों ने सरकार को आड़े हाथ लिया था. आज वहीं गलती दोहराते हुए नरेश अग्रवाल का यह बयान कि "आज, किसी का जानवर भी कोई जबरदस्ती नहीं ले जा सकता है. अगर कोई पालतू जानकर को जबरदस्ती ले जाने की कोशिश करता है तो वह तैयार नहीं होता." अखिलेश सरकार के गले की फांस बन सकता है.
नरेश अग्रवाल के इस बयान से यूपी में सियासी बवाल मच गया है. विपक्षी पार्टियां उनके बयान का तीखा विरोध कर रही हैं. दरअसल, बदायूं रेप के बाद हत्याकांड में आरोप ये है कि सआदतगंज में दो दलित बहनों को उसके घर से वहां के दबंग घसीट के ले गए और फिर उनके साथ रेप करने के बाद उनकी हत्या कर दी. हत्या करने के बाद उनके शव को पेड़ से लटका दिया. इस घटना के बाद यूपी में लगातार रेप की घटनाएं सामने आ रही हैं. हालांकि, अग्रवाल ने कहा कि वह आरोप पर कुछ भी नहीं कह रहे हैं. उनका कहना था कि आरोपों की सच्चाई जांच के बाद सामने आ जाएगी.
अग्रवाल ने कहा, "अगर आरोपों में सच्चाई है तो कार्रवाई होगी, अगर नहीं है तो कोई कार्रवाई नहीं होगी." आपको बता दें कि इसस पहले बदायूं रेप को लेकर राज्य के सीएम अखिलेश यादव ने कहा था कि ऐसी घटनाएं केवल उत्तर प्रदेश में नहीं हो रही है, बल्कि दूसरे राज्यों में भी होती हैं. ‘जांच के लिए गूगल सर्च कर लें.’