नोवामुंडी : टिस्को कैंप बालीझरण स्थित मां छिन्न मस्तिके मंदिर में सोमवार की सुबह आठ बजे पूजा कर रहे पुजारी मदन मोहन पांडा (75) की मौत हो गयी. वह मंदिर के पुजारी थे. सोमवार की सुबह मंदिर का पट खोलकर आरती करते हुए बेहोश हो गये. श्रद्धालुओं ने उठाकर उन्हें टिस्को अस्पताल पहुंचाया. यहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया.
नोवामुंडी में 45 बर्ष से वह पूजा अर्चना करा रहे थे. मृतक मूल रूप से ओड़िशा के जाजपुर मधुवन के गोरधा गांव के रहने वाले थे. टिस्को अस्पताल से उनका पार्थिव शरीर नोवामुंडी बाजार स्थित दुर्गा मंदिर प्रागंण में रखा गया. यहां लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. मृत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया. पुजारी का शव पैतृक गांव ओड़िशा ले जाया गया.