चक्रधरपुर : किन्नरों की जिंदगी आम तौर पर ट्रेनों में ही गुजरती है. दर्जनों किन्नर हैं, जो ट्रेनों में यात्री से पैसे मांग कर अपना गुजारा करती हैं. इससे किन्नरों की मोटी आमदनी भी होती है. इन दिनों चक्रधरपुर से टाटानगर तक ट्रेनों में किन्नरों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है. एक टीम में किन्नर ट्रेनों में सफर करते हैं और यात्रियों से पैसे मांगते है, नहीं देने की स्थिति में या तो यात्री को अपशब्द व अश्लील शब्दों का प्रयोग कर अपमान करते हैं.
ऐसे में हद तो तब हो गयी जब 21 जनवरी को अहमदाबाद एक्सप्रेस ट्रेन से कोलकाता के नदिया जिला निवासी प्रह्वाद घोष को पैसे नहीं देने पर लूटा और चलती ट्रेन से फेंक दिया. घायल यात्री के बयान ने रेलवे के राजकीय रेल पुलिस को हैरान कर दिया. रेल पुलिस ने भी माना कि ट्रेनों में किन्नरों के अपराध बढ़ रहे हैं, इस पर अंकुश लगाया जाये. इस पर गहनता से विचार किया गया. इसके बाद गणतंत्र दिवस के दिन चक्रधरपुर रेल पुलिस ने राउरकेला के तीन किन्नरों को गिरफ्तार किया. पूछताछ में तीनों किन्नरों ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया. जीआरपी चक्रधरपुर के दिनेश्वर प्रसाद बैठा ने तनुजा, संजना व पूजा किन्नर के खिलाफ भादवि की धारा 341,323, 325, 307, 379, 34 व 504 दर्ज कर जेल भेज दिया. इससे यात्रियों का विश्वासन जीआरपी से बढ़ा है, लेकिन यात्रियों को अपमानित करने जैसी घटनाएं ट्रेनों में घटित नहीं हो , इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है.