चाईबासा : मकर संक्रांति के अवसर पर शहर के विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना की गयी. लोगों ने सुबह कुजु नदी तट पर स्नान कर तिल और चावल का दान कर सूर्य की उपासना की.
कुजू नदी में लोग स्नान कर नदी के तट पर स्थित करणी माता मंदिर में पूजा-अर्चना की. महिला और पुरुषों ने मंदिर के बाहर बैठे भिखारियों को तिल, तिलकुट, चावल तथा पैसे का दान भी किया.
दो दिन होने से असमंजस
हालांकि शाम सात बजे सूर्य का मकर राशि में प्रवेश हुआ. इस कारण शाम सात बजे से ही मकर संक्रांति मनायी जायेगी. जिन लोगों को इसकी जानकारी थी वे 15 जनवरी को स्नान कर पूजा अर्चना कर दान-पुण्य करेंगे. जिनको इसकी जानकारी नहीं थी, उन्होंने पुरानी परंपरा के अनुसार 14 जनवरी को ही स्नान कर दान-पुण्य कर दही-चूड़ा का आनंद लिया.
दो दिन मकर पर्व पड़ जाने से लोगों में असमंजस की स्थिति बनी रही. जिस कारण अन्य दिनों की अपेक्षा इस साल ज्यादा भीड़ नहीं देखी गयी. अधिकांश लोग आज मकर पर्व मनायेंगे.
शिव मंदिर में पूजा-अर्चना
गुवा. मकर संक्रांति के अवसर पर गुवा के कुसुम घाट शिव मंदिर, योग नगर शिव मंदिर, स्टेशन कॉलोनी शिव मंदिर में बड़ी संख्या में पुरुष-महिलाओं और बच्चों ने पूजा-अर्चना की. इसके बाद लोगों ने दही-चूड़ा, तिल और तिलकुट का सेवन किया. ओएमएम घाटकुरी खादान की ओर से गंगदा, पेचा, घाटकुरी, रोवाम, नुइया के ग्रामीणों के लिए रामतीर्थ जाने के लिए बस की व्यवस्था की गयी थी.