चक्रधरपुर : प्राथमिक विद्यालय लादुरासाई के प्रधान शिक्षक उमेश प्रसाद की हत्या के बाद शिक्षक समुदाय आंदोलित है. आंदोलित शिक्षक हत्यारों को 24 घंटे के अंदर सलाखों के पीछे देखना चाहते हैं. हर कोई इस हत्या के कारण को जानने के लिए बेचैन है. शिक्षकों के मुताबिक प्रारंभ में हत्या के दो कारण माने जा रहे हैं.
हत्या के तरीके से उलझा कारण
जानकार बताते हैं कि पारिवारिक विवाद में यदि हत्या होती, तो किसी पेशेवर अपराधी द्वारा उन्हें गोली मरवा दिया जाता, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. जिस तरह निर्मम और बेरहमी से उसकी हत्या की गयी, उससे आक्रोशित आम लोगों के शामिल होने का अंदेशा है. शिक्षक उमेश प्रसाद के शव को देखन से प्रतीत होता है कि हत्या करने से पहले काफी पिटाई की गयी है.
उसके कान काटे गये, दोनों हाथों को तोड़ा गया, हाथ का टखना की हड्डी तोड़ी गयी, सिर में टांगी या किसी वजनी धारदार हथियार से तीन चार वार किया गया. जिस बेरहमी से उसे मारा गया, उसमें किसी गांव में रहने वाले पर शक की जा सकती है, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र में इस तरह की हत्याएं होती रही हैं.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी नहीं आया है, इसलिए मौत का कारण का पता नहीं चल रहा है. कुछ लोग (ऐसे लोगों की संख्या काफी कम है) इस हत्या कांड को प्रेम प्रसंग से भी जोड़ कर देख रहे हैं.
मृत शिक्षक के पड़ोसी, छात्र जीवन के सहपाठी और साथ में टय़ूशन पढ़ने वाले बताते हैं कि वह कभी भी किसी महिला को नजर उठा कर भी नहीं देखते थे. यदि उसके खिलाफ कोई कुछ अधिक बोल देता, तो वह उस स्थान को भी छोड़ देते थे.
– शीन अनवर –