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जिले को सूखाग्रस्त घोषित करें
चक्रधरपुर : झारखंड आंदोलनकारी मंच की ओर से सोमवार विशाल जन रैली निकाली गयी. उक्त रैली भारत भवन परिसर से निकल कर रेलवे फाटक, असलम चौक, पवन चौक, शहीद भगत सिंह चौक, चेक नाका, शहीद बिरसा मंडप, मेन रोड होते हुए आसनतलिया स्थित अनुमंडल कार्यालय पहुंची. जन रैली में हजारों लोग शामिल थे. रैली के […]
चक्रधरपुर : झारखंड आंदोलनकारी मंच की ओर से सोमवार विशाल जन रैली निकाली गयी. उक्त रैली भारत भवन परिसर से निकल कर रेलवे फाटक, असलम चौक, पवन चौक, शहीद भगत सिंह चौक, चेक नाका, शहीद बिरसा मंडप, मेन रोड होते हुए आसनतलिया स्थित अनुमंडल कार्यालय पहुंची. जन रैली में हजारों लोग शामिल थे. रैली के अनुमंडल कार्यालय पहुंचने के बाद एक प्रतिनिधि मंडल ने डीसीएलआर विनय मनीष आर लकड़ा को 11 सूत्री मांग पत्र सौंपा.
सौंपे गये मांग पत्र में कहा गया है कि भारत सरकार द्वारा देय वन ग्रामों में निवास करने वालों को वनाधिकार अधिनियम 2006 के तहत निर्घारित अधिकार व्यक्तिगत पट्टा, सामुदायिक पट्टा आदि सुनिश्चित किया जाये. वितरित वनाधिकार पट्टा में कटौती किये गये जमीन को अविलंब वापस किया जाये. वन क्षेत्र में निवास करने वाले सभी वर्गों को वनाधिकारी पट्टा उपलब्ध करायी जाय तथा जिन ग्रामों को वनाधिकार पट्टा उपलब्ध कराया गया है. उन्हें राजस्व ग्राम घोषित किया जाये. सरकार झारखंड के वन क्षेत्र में औद्योगिकीकरण कर प्राकृतिक पर्यावरण की कीमत पर उद्योग स्थापित करना चाहती है.
औद्योगिक विकास के स्थान पर पर्यटक स्थलों का विकास किया जाये. चक्रधरपुर प्रखंड के चक्रधरपुर भाया टोकलो से कुचाई, बांझीकुसुम से झरझरा, समरायडीह भाया बनालाता से फुलकानी, सोनुवा प्रखंड के सोनुवा से गुदड़ी एवं बंदगांव प्रखंड के बैंगटागर भाया घाघरा से रूंगसाई तक, गोईलकेरा से सेरेंगदा तक, लौजोरा जक्शन से रोआम तक, महादेवशाल से गोईरा तक, बंदगांव प्रखंड के एनएच-75 से सोनुवा-गुदड़ी मुख्य सड़क जाते तक भाया जाते से सेरेंगदा तक, उदुड़ियां से पाताहातु होते हुए केड़ावीर नचलदा तक पक्की सड़क का निर्माण शीघ्र किया जाये. बारिश कम होने के कारण खेती नहीं हो पाया. जिस कारण पूरे जिले के किसानों के समक्ष विकट समस्या उत्पन्न हो रही है.
जिले को शीघ्र सुखाग्रस्त घोषित करने, सरकार द्वारा किसानों के हित में सिंचाई हेतु निर्मित सुवर्णरेखा परियोजना चांडिल, पनसुवां जलाशय योजना सोनुवा, जेनासाई सिंचाई योजना जेनासाई, विंजय सिंचाई योजना सुमानसाई, नकटी जलाशय योजना, ब्राह्मणी सिंचाई योजना सहित कोल्हान प्रमंडल के कई सिंचाई योजनाओं में सरकार द्वारा करोड़ों रूपये खर्च किया गया है. परंतु सिंचाई सुविधा शून्य है. उन सभी सिंचाई योजनाओं से किसानों को सिंचाई व्यवस्था करने, बीपीएल का सर्वेक्षित आधार गरीब विरोध है. उसे अविलंब निरस्त किया जाये. मांग पत्र सौंपने वालों में केंद्रीय संयोजक सुखदेव हेंब्रम, मार्गदशक अनुप कुमार सिंहदेव, सोनुवा प्रखंड संयोजक बिरसा मुंडा, गोईलकेरा के संयोजक लक्ष्मण मेलगांडी व झारखंड पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष लालवरण विजय नाथ शाहदेव आदि मौजूद थे.
रैली में ये थे शामिल: केंद्रीय संयोजक सुखदेव हेंब्रम, मार्ग दशक अनुप कुमार सिंहदेव,सोनुवा प्रखंड संयोजक बिरसा मुंडा, गोईलकेरा के संयोजक लक्ष्मण मेलगांडी, कराइकेला के संयोजक आनंद बिहारी साहु, झारखंड पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष लाल वरण विजय नाथ शाहदेव, केंद्रीय प्रधान सचिव प्यारा मुंडु, केंद्रीय उपाध्यक्ष लाल अजय नाथ शाहदेव, केंद्रीय महिला अध्यक्ष पदमा टुडू, केंद्रीय सचिव यासीन अंसारी, शाहनवाज नैयर अंसारी, समाजसेवी बाबू नाग, महिला नेत्री गीता सुंडी, नारायल पुरती, डेविड कलुंडिया, नारायण पुरती, डेविड कालुंडि़या, मरीयम चेरवा, राखी पुरती, सत्यानंद लोमगा, मंगल हांसदा, शकील अंसारी, प्रेम कच्छप, देवेंद्र सामाड, कांडे बरजो, गांदु कमरगांव, नामु बरजो, लीदा भुईंया समेत हजारों ग्रामीण मौजूद थे.
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