चक्रधरपुर : अनुमंडल अस्पताल में इलाजरत वृद्ध मरीज का शव अस्पताल के समीप नाले में मिलने से शहर में सनसनी फैल गयी. उक्त शव का नाम, पता अस्पताल के पंजी में दर्ज नहीं है. पंजी में केवल लिखा गया है कि उक्त मरीज 20 फरवरी को अस्पताल में भरती किया गया है, जिसे बुखार व कमजोरी हालत में चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन से कुछ लोगों ने ला कर अनुमंडल अस्पताल में भरती कराया. अस्पताल में 40 दिन रहने के बाद उक्त वृद्ध का शव को नाला से पुलिस ने बरामद की है.
अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी व मरीजों ने बताया कि अस्पताल में इलाज के बावजूद वृद्ध मरीज टहलने के लिए अस्पताल के बाहर जाता था, नाले में कब गिर कर मौत हो गयी, इसकी जानकारी नहीं है. शव मिलने के बाद चक्रधरपुर थाना को सूचना दी गयी. सूचना मिलते ही पुलिस घटना स्थल पर पहुंची कर शव को नाला से उठा कर कुदलीबाड़ी श्मशान में दफना दिया.
इधर शव को श्मशान भेज कर पुलिस ने अस्पताल की पंजी खंगाली, परंतु पुलिस को शव का नाम, पता नहीं चल सका. शव को दफनाने में आये खर्च को समाजसेवी प्रवीर प्रमाणिक ने दी. नाला में पड़ा अज्ञात शव को पुलिस ने उठा कर बगैर पोस्टमार्टम का ही दफन कर दिया गया.
शव मिलने से लोग रह गये अवाक. नाले में शव को देख कर स्थानीय लोग अवाक रह गये. आशंका जताते हुए लोगों ने बताया कि अज्ञात वृद्ध शुक्रवार को शाम में नाला में शौच करने आया होगा.
इस बीच शौच करने के दौरान नाला में गिर गया होगा. इससे वृद्ध की मौत हो गयी होगी. लोगों ने कहा कि अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा अस्पताल में भरती मरीजों का ध्यान रखा गया होता, तो आज अज्ञात वृद्ध की मौत नहीं होती. अस्पताल प्रबंधन को इलाजरत मरीजों का अधिक ध्यान रखने की आवश्यकता है.
मरीज अस्पताल से भाग जाता था : डॉ सीबी चौधरी. अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सीबी चौधरी ने कहा कि रेलवे स्टेशन के समक्ष अज्ञात वृद्ध बेहोशी के हालत में पड़ा था.
कुछ लोगों ने इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल में भरती कराया, परंतु पंजी में अज्ञात वृद्ध का नाम नहीं बता सके. उन्होंने कहा कि 20 फरवरी को अस्पताल में अज्ञात वृद्ध का इलाज चल रहा है, परंतु वृद्ध अस्पताल से इधर-उधर भाग जाता था. वृद्ध को अस्पताल में ही भोजन दिया जाता था.