चक्रधरपुर : 29 जून 2013 को दो निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी सह प्रधानाध्यापक (डीडीओ) के सेवानिवृत्त होते ही पश्चिमी सिंहभूम जिले में मात्र दो डीडीओ शेष रह गये हैं. जिले में डीडीओ का 160 पद स्वीकृत है.
जिसके विरुद्ध मात्र दो डीडीओ ही कार्यरत हैं. ये दोनों डीडीओ चक्रधरपुर प्रखंड में ही कार्यरत हैं. शेष 22 प्रखंड बिना डीडीओ के ही हैं. इन प्रखंड के शिक्षकों का वेतन निकासी भी चक्रधरपुर के दोनो डीडीओ कर रहे हैं. मालूम रहे कि मवि ओटार बंदगांव प्रखंड से दिनेश महतो और जगन्नाथपुर से जोगेश्वर प्रसाद शनिवार को सेवानिवृत हो गये हैं.
इन दोनों डीडीओ के सेवानिवृत्त होने के बाद अब पूरे पश्चिमी सिंहभूम जिले में मात्र दो ही डीडीओ रह गये हैं. इनमें नरेंद्र महतो मवि नारायण दंदासाई और डिबरु जोंको मवि बुढ़ीगोड़ा में पदस्थापित हैं. नरेंद्र महतो 31-1-2014 को और डिबरु जोंको 31-7-2015 को सेवानिवृत्त करेंगे. इन दोनों डीडीओ पर पश्चिमी सिंहभूम जिले के प्राथमिक विद्यालयों के 2695 और मध्य विद्यालयों के 1931 स्वीकृत इकाई के शिक्षकों का वेतन निकासी का जिम्मा है.
जिले में कुल 4626 शिक्षकों का पद स्वीकृत है. इनमें 2592 शिक्षक कार्यरत हैं और 2034 पद रिक्त हैं. मालूम रहे कि 25 सालों से जिले में शिक्षकों को प्रोन्नति नहीं दी गयी है. मात्र 1996 में 20 प्रधानाध्यापक बनाये गये थे.
जिनमें से आज मात्र दो ही सेवारत रह गये हैं. एक वर्ष पहले प्रोन्नति देने की प्रक्रिया शुरू की गयी है. लेकिन अब तक शिक्षकों की वरीयता सूची व रोस्टर भी बनकर तैयार नहीं हुआ है. जिस कारण निकट भविष्य में शिक्षकों को प्रोन्नति नहीं मिलती दिख रही है.
वेतन निकासी का जिम्मा
प्राथमिक व मध्य विद्यालयों के शिक्षकों का वेतन निकासी का काम निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी ही करते हैं. स्कूलों के सभी वित्तीय कार्य की जिम्मेदारी डीडीओ पर ही होती है. पश्चिमी सिंहभूम में 160 डीडीओ का पद स्वीकृत है. ये डीडीओ जिले के 4626 शिक्षकों के वेतन निकासी का काम करते हैं.