जगन्नाथपुर : पूरे नौ दिन मौसीबाड़ी में विश्रम करने के बाद सोमवार को भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ अपने घर वापस आये. नौ दिनों तक भगवान जगन्नाथ को खिचड़ी भोग चढ़ता रहा. सुबह भगवान को जगाने के बाद पंडित उनके पांव पखारते थे. तब उन्हें सनातन धर्म के अनुसार वैदिक मंत्रोच्चर के साथ उनकी आरती की जाती थी.
तब महाप्रभु को दिन के भोजन के रूप में फलाहार कराया जाता था. शाम के समय पुन: आरती के बाद भगवान के चरणों में खिचड़ी भोग चढ़ा वितरण किया जाता था. धुरते रथ में लोगों में काफी उमंग था. खास कर महिलाओं व बच्चों ने रथ पर्व का आनंद लिया. पुन: एक साल के बाद आने के लिए लोगों ने महाप्रभु जगन्नाथ के चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित किया.