माता समिति की सदस्य भी नहीं पहुंची थीं स्कूल
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स्कूल में नहीं थीं शिक्षिका, बच्ची फूंक रही थी मिड डे मील का चूल्हा
माता समिति की सदस्य भी नहीं पहुंची थीं स्कूल नोवामुंडी : सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद शिक्षक व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं हो रही है. शुक्रवार को उच्च प्राथमिक विद्यालय उरांवसायी की स्थिति ऐसी ही थी. स्कूल खुला हुआ था, लेकिन पारा शिक्षिका सावित्री केराई उपस्थित नहीं थीं. […]
नोवामुंडी : सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद शिक्षक व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं हो रही है. शुक्रवार को उच्च प्राथमिक विद्यालय उरांवसायी की स्थिति ऐसी ही थी. स्कूल खुला हुआ था, लेकिन पारा शिक्षिका सावित्री केराई उपस्थित नहीं थीं. मध्याह्न भोजन बनाने वाली माता समिति के सदस्य नहीं थे. स्कूल की छात्रा गायत्री उरांव मिड डे मील पका रही थी. वह चावल पकाने के लिए चूल्हा फूंक रही थी. विद्यालय में केवल आठ बच्चे पहुंचे थे.
शिक्षक नहीं रहने की वजह से अधिकतर बच्चे लूडो खेलकर टाइम पास कर रहे थे. बच्चों ने बताया कि शिक्षिका नहीं आयी हैं. इस तरह ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में कमोवेश यही स्थिति है.
मागे पर्व को लेकर बंद रहे सात विद्यालय : प्रखंड के सात विद्यालय मागे पर्व को लेकर बंद रहें. इन स्कूलों के शिक्षकों ने एक दिन का स्थानीय अवकाश लिया है. इनमें पचायसायी विद्यालय की शिक्षिका सुमित्रा लागुरी, सरबिल के कुंदन कुमार, हेसापी के गुरा सिरका, तोड़ेतोपा की सोमवारी सामंत व कुचीबेड़ा उप्रावि की ज्योति बालमुचु शामिल है. इनकी ओर से बीइइओ के नाम पर स्थानीय छुट्टी के लिए आवेदन दिया गया है. इसके कारण विद्यालय बंद रहे.
उच्च प्राथमिक विद्यालय उरांवसायी की पारा शिक्षिका सावित्री केराई ने अवकाश का आवेदन नहीं दिया है. शुक्रवार को उनकी अनुपस्थिति की जांच के बाद विभागीय कार्यवाही की जायेगी.
– सुशांत प्रधान, बीपीओ, नोवामुंडी
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