नोवामुंडी : जेटिया थानांतर्गत पेटेता गांव में हुए सामूहिक दुष्कर्म के एक मामले मेें गुरुवार को पंचायत ने एक आरोपी को पीड़िता को पत्नी के रूप में अपनाने के फरमान सुना दिया जिसे आरोपी ने स्वीकार भी कर लिया. पीड़िता की एक तीन साल की बच्ची भी है जो फैसले के अनुसार अब अपने नाना-नानी के यहां रहेगी. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार,
सुकरीपाड़ा निवासी एक परित्यकता महिला बुधवार को हतनाबेड़ा बाजार गयी हुयी थी. वहां से कुछ युवक उसे बहला-फुसला कर पेटेता गांव में सोमनाथ पूर्ति के घर ले गये. वहां पूरी रात युवकों ने महिला के साथ बारी-बारी के दुष्कर्म किया जिससे वह लहुलुहान होकर बेहोश हो गयी.
गुरुवार सुबह ग्रामीणों ने महिला को इस हालत में पाया गांव में सनसनी फैल गयी. मामले पर गांव में पंचायत बैठी. पीड़िता के परिवार के साथ सोमनाथ पूर्ति व उसके परिवार को भी पंचायत में बुलाया गया. मामले पर पंचायत ने लगभग चार घंटे माथापच्ची की. इसके बाद आरोपी सोमनाथ पूर्ति के समक्ष दो विकल्प रखे गये- पीड़िता को पत्नी बनाकर रखो या जेल जाओ.
आरोपी ने पीड़िता को पत्नी बनाकर रखने का विकल्प चुना. इस पर आरोपी के परिवार वाले भी तैयार हो हो गये. उन्होंने पीड़िता को बेटी की तरह रखने का आश्वासन पंचायत को दिया.
दूसरे आरोपियों के नाम पर सब चुप: सामूहिक दुष्कर्म के अन्य आरोपियों के नाम सामने नहीं आ सके हैं. पीड़िता के साथ-साथ सोमनाथ, पंचायत तथा ग्रामीणों ने इस पर रहस्यमय चुप्पी साथ रखी है. पंचायत ने सिर्फ इस आधार पर सोमनाथ को कथित सजा सुनायी कि उसकी सहमति नहीं होती तो संभवत: यह जघन्य अपराध नहीं हो पाता.
पुलिस को दी गयी थी सूचना : बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह फैसले के पूर्व घटना के बारे में आदिवासी हो समाज के नेता भूषण लागुरी ने जेटिया थाने को सूचना दी थी. नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण पुलिस गांव तो नहीं पहुंची लेकिन मामले पर नजर रखे हुए थी.