खरसावां. हाथियों का उत्पात जारी, रेंजर ने प्रभावित गांवों का किया दौरा
खरसावां : दो जंगली हाथियों ने मंगलवार की रात खरसावां के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय टीनागोडा (हरिभंजा) के किचेन व स्टोर रूम के दरवाजे को तोड़ कर एमडीएम के करीब पांच क्विंटल चावल चट कर गये. हाथियों ने एक बोरा चावल को बिखेर भी दिया. इसके बाद हाथियों ने दो क्लास रूम के दरवाजे को भी क्षति पहुंचायी. हाथियों ने तुरीसाई, मोहनबेड़ा, डूबरायसाइ आदि गांवों में भी जा कर लोगों के फसल को खाया. काफी प्रयास के बाद ग्रामीणों ने हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा. दो हाथियों का यह झुंड डूबरायसाई में डेरा डाले हुए है.
रामपुर जंगल में सात हाथियों ने डाला डेरा: सात हाथियों का एक अन्य झुंड भी रामपुर जंगल में डेरा डाले हुए है. मंगलवार की रात पुंडिदा, बरजुडीह, टांकोडीह तथा आस पास के गांवों में जा कर धान के बिछड़ों को पैरों तले रौंद कर बरबाद कर दिया. हाथियों की चिंघाड़ से ग्रामीण भयभीत है.
वन विभाग ने नुकसान का लिया जायजा: खरसावां वन क्षेत्र पदाधिकारी केके साह ने विभाग की टीम के साथ प्रभावित गांवों का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया. इस दौरान ग्रामीणों के बीच पटाखा का भी वितरण किया गया.
नदियों में बढ़ा जल स्तर हाथियों के मार्ग में डाल रहा है बाधा: बारिश से नदियों में बढ़ा जल स्तर हाथियों के मार्ग में बाधा डाल रहा है. अमुमन हर साल हाथी जुलाई से लेकर सितंबर माह में ओड़िशा की ओर से चले जाते है तथा धान कटाई के दौरान नवंबर-दिसंबर माह में वापस लौटते है. संभवत: इस साल भी यह झुंड दलमा से ओड़िशा की ओर पलायन कर रहा है. लेकिन नदियों में पानी अधिक रहने के कारण हाथी खरसावां के जंगलों में ही फंसे हुए है.
विभाग की ओर से हाथियों द्वारा किये गये नुकसान का मुआवजा जल्द से जल्द देने का प्रयास होगा. हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने का प्रयास जारी है.
केके साह, वन क्षेत्र पदाधिकारी, खरसावां