रांची.
फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआइ) ने स्वास्थ्य विभाग को स्टेट फार्मेसी काउंसिल में रजिस्ट्रार का पद शीघ्र भरने का आदेश दिया है. स्वास्थ्य सचिव को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि तीन महीने से काउंसिल में रजिस्ट्रार नहीं हैं. इसके बावजूद राज्य सरकार नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं कर रही है. स्टेट काउंसिल का गठन फार्मेसी की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों का पंजीयन करने और पढ़ाई के बाद इस पेशा में कार्य करने की अनुमति देने के लिए हुआ है. झारखंड में यह काम फिलहाल ठप है, जिससे फार्मेसी के विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है.आवेदन नहीं कर पा रहे विद्यार्थी
वहीं, दर्जनों विद्यार्थी नौकरी के लिए आवेदन भी नहीं कर पा रहे हैं. फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने स्वास्थ्य विभाग को रजिस्ट्रार की नियुक्ति से संबंधित नियम-कानून से भी अवगत कराया है. इसमें बताया गया है कि रजिस्ट्रार की नियुक्ति में पहली प्राथमिकता बैचलर ऑफ फार्मेसी (बी-फार्मा) और दूसरी प्राथमिकता डिप्लोमा इन फार्मेसी (डी-फार्मा) को देनी है. काउंसिल ने रजिस्ट्रार की नियुक्त कर जानकारी देने को कहा है.
परीक्षा समिति के सदस्य सचिव का पद भी खाली
इधर, काउंसिल में परीक्षा समिति के सदस्य सचिव का पद भी खाली है. इससे सभी परीक्षाएं लंबित हैं. विद्यार्थियों का कहना है कि पांच साल से डी-फार्मा की पढ़ाई बिना शैक्षणिक कैलेंडर के हो रही है. इससे न तो समय पर कोर्स पूरा हो रहा है और न ही परीक्षा पूरी हो रही है. सत्र 2020-22 और 2021-23 की परीक्षा अभी लंबित है.
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