मंत्री श्री राय ने कहा कि नॉकोफ ने रामगढ़ जिले को छोड़ कर उत्तरी छोटानागपुर व संताल परगना के किसानों से धान खरीदा है. उसने कुल 90 करोड़ रुपये का धान खरीदा है, जिसमें से करीब 28 करोड़ का भुगतान किया गया है. मंत्री ने कहा कि सरकार किसानों के प्रति जिम्मेदार है. ऐसे में नॉकोफ की बकाये सूची में जिन किसानों के नाम हैं या जिन किसानों के पास धान बेचने की रसीद है, उन्हें हर हाल में सरकार धान की कीमत जल्द से जल्द दिलवायेगी. मंत्री ने कहा कि 31 मई को धान खरीद की बढ़ी हुई अवधि समाप्त हो गयी है.
राज्य भर में करीब 2.35 लाख टन धान खरीद की रिपोर्ट आयी है, जो पिछले वर्ष से कम है. स्पष्ट है कि गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष अच्छा मौसम रहने के बावजूद धान की खरीद कम हुई है. इससे यह साबित होता है कि खरीद व्यवस्था में खामियां रहीं. इतना ही नहीं किसान उचित मूल्य से वंचित रह गये. उन्हें कम कीमत पर अपना धान बिचौलियों को बेचना पड़ा. मंत्री ने कहा कि यह देखा जायेगा कि इसके लिए विभाग कितना दोषी है. चावल मिल वाले, जिला प्रशासन व एजेंसियों की जिम्मेदारी भी देखी जायेगी.