ज्ञात हो कि डालटनगंज, गढ़वा, लातेहार तथा चतरा जिले के सैनिकों को रूटीन समस्याओं के समाधान के लिए रांची आना पड़ता है. बहुत लड़ाई के बाद झारखंड सरकार के कैबिनेट से अनुमोदित फाइल रक्षा मंत्रालय में अंतिम मंजूरी हेतु पिछले छह माह से लंबित है.
कर्नल सिंह ने झारखंड के सिविलियन युवाओं तथा चुनिंदे लोगों को सैनिकों और देश के प्रति प्रेम बढ़ाने के लिए वीर यात्रा की अनुमति भी मांगी है. इसके तहत इन लोगों को बॉर्डर पर ले जाया जायेगा, जहां ये लोग सैनिकों की कार्य प्रणाली व भारत-पाकिस्तानी सीमा से रूबरू होंगे. पहली यात्रा में सियाचिन ग्लेशियर के बेस कैंप में 50 लोगों को ले जाया जायेगा, जिसमें पत्रकार, युवा, बुद्धिजीवी तथा खिलाड़ी लोगों का जत्था होगा. श्री सिंह ने बताया कि रक्षा राज्य मंत्री ने इस यात्रा के सुझाव पर जल्द ही निर्णय लेकर सूचित करने को कहा है़