रांची : हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ हेमंत नारायण ने कहा कि 40 साल की उम्र के बाद हर व्यक्ति को साल में एक बार ब्लड प्रेशर की जांच करानी चाहिए. पहली बार अगर ब्लड प्रेशर बढ़ा आये तो जीवनशैली में बदलाव व खान-पान को संयमित कर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है. दिनचर्या में व्यायाम को शामिल करे. कम-से-कम आधा घंटा नियमित व्यायाम करना चाहिए.
वह बुधवार को वर्ल्ड हाइपरटेंशन-डे पर होटल ली लैक में आयोजित पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि आज की भाग दौड़ से भरी दिनचर्या से जीवन तनावपूर्ण हो गया है. ऐसे में खुद को स्वस्थ रखना चुनौती है.
ब्लड प्रेशर अगर 140/ 90 से ज्यादा है, तो यह अलार्म है. इस संकेत के बाद खुद को संभालना चाहिए. ब्लड प्रेशर से हार्ट, किडनी, रेटिना, ब्रेन आदि महत्वपूर्ण अंग प्रभावित होते हैं. वहीं एक सामान्य व्यक्ति का अगर ब्लड प्रेशर लेबल 110/ 70 रहता है, तो यह अच्छी बात है, लेकिन ब्लड प्रेशर वाले मरीज का यह लेबल हो, तो चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. ब्लड प्रेशर से बचने के लिए सबसे सरल उपाय संयमित जीवनशैली व खान पान है.
चाय-कॉफी पीने के डेढ़ घंटे बाद जांच करायें बीपी
इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ नीरज प्रसाद ने बताया कि चाय व कॉफी पीने के डेढ़ घंटा के भीतर ब्लड प्रेशर की माप नहीं करानी चाहिए, क्योंकि उस वक्त ब्लड प्रेशर अधिक आता है. बीपी आने का मुख्य वजह निकोटीन का होना है. निकोटीन के कारण ब्लड प्रेशर गलत आता है. इसके अलावा जल्दी अस्पताल पहुंचने के बाद भी बीपी जांचने पर रिपोर्ट सही नहीं आता है. वह बुधवार को होटल ग्रीन होराइजन में वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे पर संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे. उन्होंने बताया कि इस साल का थीम है अपना बीपी की जाने. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जिनको बीपी होता है उन्हें डायबिटीज होने की संभावना होती है. वहीं जिनको डायबिटीज होता है उन्हें ब्लड प्रेशर होने की संभावना रहती है. ऐसे में दोनों परिस्थिति में अपने को संयमित रखना चाहिए. अगर ब्लड प्रेशर से बचना है तो तनाव से मुक्त रहे, नियमित रूप से 30 मिनट व्यायाम करे व खाने में नमक की मात्रा को कम कर दे.