उनके निधन की सूचना मिलने पर लोगों में शोक की लहर दौड़ गयी. सूचना मिलते ही लोग मौलाना के अंतिम दर्शन के लिए मदरसा हुसैनिया पहुंचने लगे. उनके चाहनेवालों की भीड़ को देखते हुए मौलाना मोहम्मद ने ऐलान किया कि रविवार को दो बजे मदरसा में जनाजे की नमाज पढ़ी जायेगी और कडरू कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द–ए–खाक किया जायेगा. हजरत मौलाना अजहर मूल रूप से मधुबनी (बिहार) के रथोस गांव के रहनेवाले थे. 1957 में रांची के कडरू जामा मसजिद से उन्होंने अपनी सेवा शुरू की. मदरसा के लिए जमीन मिल जाने के बाद कारी फखरूद्दीन के साथ 29 अप्रैल 1958 को मदरसा हुसैनिया कडरू की उन्होंने बुनियाद रखी.
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मौलाना अजहर नहीं रहे
रांची : मदरसा हुसैनिया कडरू के मोहतमीम हजरत मौलाना अजहर (92 वर्षीय) का शनिवार को निधन हो गया. उन्होंने 2:30 बजे अपने कडरू स्थित घर में आखिरी सांस ली. रविवार को दिन के दो बजे कडरू में ही जनाजे की नमाज होगी. मालूम हो कि मौलाना अजहर हृदय रोग से पीड़ित थे. डॉ मजीद आलम […]
रांची : मदरसा हुसैनिया कडरू के मोहतमीम हजरत मौलाना अजहर (92 वर्षीय) का शनिवार को निधन हो गया. उन्होंने 2:30 बजे अपने कडरू स्थित घर में आखिरी सांस ली. रविवार को दिन के दो बजे कडरू में ही जनाजे की नमाज होगी. मालूम हो कि मौलाना अजहर हृदय रोग से पीड़ित थे. डॉ मजीद आलम और डॉ. रितेश की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था. वे अपने पीछे तीन पुत्र व पांच पुत्रियां छोड़ गये हैं.
उनके निधन की सूचना मिलने पर लोगों में शोक की लहर दौड़ गयी. सूचना मिलते ही लोग मौलाना के अंतिम दर्शन के लिए मदरसा हुसैनिया पहुंचने लगे. उनके चाहनेवालों की भीड़ को देखते हुए मौलाना मोहम्मद ने ऐलान किया कि रविवार को दो बजे मदरसा में जनाजे की नमाज पढ़ी जायेगी और कडरू कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द–ए–खाक किया जायेगा. हजरत मौलाना अजहर मूल रूप से मधुबनी (बिहार) के रथोस गांव के रहनेवाले थे. 1957 में रांची के कडरू जामा मसजिद से उन्होंने अपनी सेवा शुरू की. मदरसा के लिए जमीन मिल जाने के बाद कारी फखरूद्दीन के साथ 29 अप्रैल 1958 को मदरसा हुसैनिया कडरू की उन्होंने बुनियाद रखी.
जनाजे में कई गणमान्य लोग होंगे शामिल
हजरत मौलाना अजहर के जनाजे की नमाज में कई गणमान्य लोग शामिल होंगे. जिसमें जमीयतुल उलेमा हिंद के अध्यक्ष हजरत मौलाना हाजी कारी उसमान, हजरत मौलाना असद मदनी पूर्व एमपी, हजरत मौलाना बदरूद्दीन अजमल के अलावा बिहार, बंगाल सहित अन्य राज्य के उलेमा शामिल होंगे. उधर, उनके निधन पर मौलाना मुफ्ती अनवर कासमी, मौलाना डॉ उबैदुल्ला कासमी, हज कमेटी के प्रवक्ता खुर्शीद हसन रूम्मी, सईद इदरीसी, महासचिव अकीर्लुहमान, गुल मो गद्दी, इकबाल, मासूम गद्दी, डॉ असलम परवेज, नेहाल अहमद, नैयर सहाबी, हाजी शाहिद, हाजी मोख्तार अहमद, मुफ्ती अब्दुल्ला अजहर कासमी, हाजी नेसार, हाजी रऊफ गद्दी, फारूक, पप्पू गद्दी, हाजी नौशाद खान, प्रो रिजवान अली, तारिक इमरान, जुबैर अहमद, अनवर खान, परवेज आलम सहित अन्य ने दु:ख जताया है.
निधन पर शोक
रांची. भाजपा अल्पसंख्यक मोरचा ने मदरसा हुसैनिया के नाजिम मौलाना अजहर के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है. मोरचा के प्रदेश अध्यक्ष सोना खान ने कहा कि मौलाना अजहर रांची ही नहीं, पूरे झारखंड के अलीम अमन पसंद और समाज को आइना दिखाने वाले इनसान थे. हमने एक अच्छे आलीम और जानकार को खो दिया. मोरचा के मीडिया प्रभारी तारिक इमरान ने कहा कि मौलाना अजहर ने हमेशा गरीब व बेसहारा बच्चों का पिता की तरह पालन करते थे. बच्चों को मदरसों में ही अच्छी शिक्षा देते थे. इनके निधन से पूरा झारखंड मर्माहत है. आज मदरसा हुसैनिया जिस मुकाम पर है, यह उन्हीं की देन है.
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